भाषा शिक्षण में मूल्यांकन MCQ Quiz - Objective Question with Answer for भाषा शिक्षण में मूल्यांकन - Download Free PDF
Last updated on May 13, 2025
Latest भाषा शिक्षण में मूल्यांकन MCQ Objective Questions
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 1:
शिक्षार्थी के सम्प्रेषण कौशलों का आकलन करने के लिए सर्वाधिक रूप से उपयुक्त आकलन गतिविधि कौन-सी होगी?
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 1 Detailed Solution
भाषा अधिगम में संचार कौशल में वास्तविक जीवन या कृत्रिम स्थितियों में मौखिक या लिखित भाषा का उपयोग करके प्रभावी ढंग से अभिव्यक्ति, व्याख्या और प्रतिक्रिया करने की क्षमता शामिल होती है।
- संचार कौशल के लिए एक आदर्श मूल्यांकन गतिविधि में सार्थक बातचीत, प्रवाह और संदर्भ में भाषा का उपयोग शामिल होना चाहिए।
Key Points
- सबसे उपयुक्त आकलन गतिविधि रोल प्ले में किसी भूमिका का निर्वाह करना है।
- इस कार्य के लिए शिक्षार्थियों को किसी दिए गए सामाजिक या व्यावहारिक संदर्भ में बातचीत करने, प्रतिक्रिया देने और उद्देश्यपूर्ण ढंग से भाषा का प्रयोग करने की आवश्यकता होती है।
- यह मौखिक प्रवाह और भाषा के प्रयोग की उपयुक्तता का मूल्यांकन करता है, तथा सहजता और सक्रिय सहभागिता को प्रोत्साहित करता है, जो वास्तविक संचार कौशल के मूल्यांकन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
Hint
- श्रव्य साम्रगी को सुनने और उस पर प्रतिक्रिया देने से समझ की जांच होती है, लेकिन इससे संवादात्मक क्षमता का पूर्ण मूल्यांकन नहीं हो पाता।
- भाषण लिखना, संवादात्मक संचार से अधिक, विचारों को लिखने और व्यवस्थित करने से संबंधित है।
- किसी चित्र का वर्णन करने से शब्दावली और बोलने की प्रवाहशीलता का आकलन होता है, लेकिन इसमें संवादात्मक घटक का अभाव होता है।
अतः सही उत्तर रोल प्ले में किसी भूमिका का निर्वाह करना है।
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 2:
भाषा आकलन का उद्देश्य किसका मापन करना है?
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 2 Detailed Solution
भाषा आकलन भाषा शिक्षण और अधिगम का एक अनिवार्य हिस्सा है, जिसका उद्देश्य किसी शिक्षार्थी की भाषा का प्रभावी ढंग से उपयोग करने की क्षमता का मूल्यांकन करना है। यह अध्यापकों और विद्यार्थियों दोनों को प्रतिपुष्टि प्रदान करता है और निर्देश को सूचित करने और प्रगति को ट्रैक करने में सहायता करता है। Key Points
- भाषा आकलन का मुख्य उद्देश्य शिक्षार्थियों की भाषिक निपुणता को मापना है।
- प्रवीणता से तात्पर्य किसी शिक्षार्थी की वास्तविक जीवन की परिस्थितियों में विभिन्न कौशलों जैसे सुनना, बोलना, पढ़ना और लिखना आदि में भाषा का सटीक और धाराप्रवाह उपयोग करने की क्षमता से है।
- इस प्रकार का आकलन इस बात पर केंद्रित होता है कि शिक्षार्थी भाषा के साथ क्या कर सकते हैं, न कि केवल इस बात पर कि उन्होंने क्या याद किया है।
- यह पाठ्यपुस्तकीय ज्ञान से आगे जाकर कार्यात्मक उपयोग का परीक्षण करता है, जिससे यह संचार क्षमता का एक व्यापक और अधिक सार्थक माप बन जाता है।
Hint
- भाषा उपलब्धि को मापने का तात्पर्य विशिष्ट पाठ्यक्रम सामग्री या पाठ्यक्रम लक्ष्यों पर प्रदर्शन से है, जो प्रवीणता से अधिक संकीर्ण है।
- शिक्षार्थियों की उनके सहपाठियों से तुलना करने में व्यक्तिगत भाषा क्षमता के बजाय मानक-संदर्भित मूल्यांकन पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
- समग्र या योगात्मक उपलब्धि का आकलन अंतिम शिक्षण परिणामों को दर्शाता है, लेकिन यह कार्यात्मक भाषा के उपयोग को पूरी तरह से प्रतिबिंबित नहीं कर सकता है।
अतः सही उत्तर शिक्षार्थियों की भाषिक निपुणता है।
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 3:
पाठ पढ़ने-पढ़ाने के बाद किस तरह के सवाल बच्चों की समझ का मूल्यांकन करने में सहायक नहीं होते ?
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 3 Detailed Solution
मूल्यांकन एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से किसी व्यक्ति, वस्तु, या कार्यक्रम की गुणवत्ता, प्रभावशीलता, या मूल्य को आंका जाता है। यह शैक्षणिक संदर्भ में विद्यार्थियों के ज्ञान, कौशल और क्षमताओं का आकलन करने के लिए किया जाता है।
Key Points
- पढ़े गए पाठ से जोड़ते हुए अपने निजी अनुभवों को व्यक्त करने वाले प्रश्न: ये प्रश्न बच्चों को पाठ के साथ व्यक्तिगत संबंध स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि वे पाठ को समझते हैं और उसे अपने जीवन में कैसे लागू कर सकते हैं।
- 'क्यों' 'कैसे' वाले प्रश्न: ये प्रश्न गहरे विश्लेषण की मांग करते हैं और बच्चों को पाठ के अर्थ और तर्क को समझने में मदद करते हैं। ये उनकी सोचने की क्षमता को प्रोत्साहित करते हैं और उनकी समझ का सही मूल्यांकन करते हैं।
- "क्या शिक्षा मिलती है? वाला प्रश्न: यह प्रश्न पाठ के मूल संदेश को समझने की क्षमता का मूल्यांकन करता है और बच्चों को सोचने के लिए प्रेरित करता है।
Hint
- 'यदि तो' वाले प्रश्न: ये प्रश्न अक्सर परिकल्पनाओं या विचारों पर आधारित होते हैं, जो बच्चों की वास्तविक समझ को नहीं परखते। ये उनके ज्ञान के विभिन्न पहलुओं का मूल्यांकन नहीं करते, बल्कि उन्हें विचारशीलता की दिशा में ले जाते हैं, जो जरूरी नहीं कि पाठ की समझ को दर्शाए।
अत:, 'यदि तो' वाले प्रश्न बच्चों की समझ का मूल्यांकन करने में सहायक नहीं होते।
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 4:
बोलने के पाठ की योजना बनाने में निम्नलिखित में से कौन सा कारक महत्वपूर्ण नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 4 Detailed Solution
एक बोलने का पाठ एक निर्देशात्मक गतिविधि है जिसे छात्रों की मौखिक भाषा के माध्यम से प्रभावी ढंग से संवाद करने की क्षमता को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- इस प्रकार के पाठ में, शिक्षार्थी विभिन्न बोलने की गतिविधियों में शामिल होते हैं, जैसे कि चर्चा, प्रस्तुतियाँ, या भूमिका निर्वहन, अपने मौखिक संचार कौशल का अभ्यास करने और अपने आत्मविश्वास में सुधार करने के लिए।
Key Points
- बोलने के पाठ की योजना बनाते समय, ध्यान उन कारकों पर होना चाहिए जो सीधे प्रभावित करते हैं कि छात्र खुद को कितनी अच्छी तरह व्यक्त कर सकते हैं और मौखिक रूप से बातचीत कर सकते हैं।
- बोलने के पाठ की योजना बनाने में महत्वपूर्ण कारक शामिल हैं:
- निर्देशों की स्पष्टता: यह सुनिश्चित करता है कि छात्र उद्देश्यों और कार्यों को स्पष्ट रूप से समझते हैं, बेहतर भागीदारी की सुविधा प्रदान करते हैं।
- बोलने की गतिविधियों की विविधता: छात्रों को व्यस्त रखता है और उनके बोलने के कौशल के विभिन्न पहलुओं को विकसित करने में मदद करता है, जैसे कि प्रवाह और उच्चारण।
- पाठ की अवधि: प्रभावित करता है कि छात्रों के पास बोलने का अभ्यास करने और प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए कितना समय है।
Hint
- श्रोताओं की संख्या, जबकि यह एक पाठ की गतिशीलता को प्रभावित कर सकती है, आम तौर पर योजना बनाने में एक महत्वपूर्ण कारक नहीं है। एक पाठ प्रभावी हो सकता है चाहे कुछ छात्र हों या एक बड़ा समूह, जब तक कि गतिविधियों को सभी प्रतिभागियों को प्रभावी ढंग से शामिल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
इसलिए, श्रोताओं की संख्या बोलने के पाठ की योजना बनाने में एक महत्वपूर्ण कारक नहीं है।
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 5:
रचनात्मक आकलन के लिए कौन-सा उपकरण उपयुक्त नहीं है ?
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 5 Detailed Solution
रचनात्मक आकलन का उद्देश्य छात्रों के सीखने की निगरानी करना और निरंतर प्रतिक्रिया प्रदान करना है जिसका उपयोग शिक्षण और सीखने में सुधार के लिए किया जा सकता है।
Key Points
- यह केवल उनके अंतिम प्रदर्शन के बजाय छात्रों की समझ की प्रक्रिया और विकास पर ध्यान केंद्रित करता है।
- परियोजना, कक्षा प्रस्तुतीकरण और प्रदत्त कार्य ऐसे उपकरण हैं जो अधिक परस्पर संवादात्मक हैं और सीखने की प्रक्रिया के दौरान फीडबैक के अवसर प्रदान करते हैं।
- वे शिक्षकों को छात्रों की प्रगति का आकलन करने, उनकी अधिगम ज़रूरतों को समझने और निर्देश में समायोजन करने की अनुमति देते हैं।
Hint
- लिखित परीक्षा आमतौर पर योगात्मक आकलन के लिए अधिक उपयुक्त होते हैं, जो यह आकलन करता है कि छात्रों ने एक निर्देशात्मक अवधि के अंत में क्या सीखा है। हालाँकि उनका उपयोग औपचारिक रूप से किया जा सकता है, वे अक्सर चल रही शिक्षा और विकास के बजाय अंतिम परिणामों का आकलन करने पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं।
इसलिए, लिखित परीक्षा रचनात्मक आकलन के लिए उपयुक्त नहीं है।
Top भाषा शिक्षण में मूल्यांकन MCQ Objective Questions
'पोर्टफोलियो' _____ में मदद करता है।
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFभाषा आकलन एक संवादात्मक, रचनात्मक तथा सतत प्रक्रिया माना जाता है, जिसके द्वारा शिक्षक विद्यार्थी का उचित भाषा अधिगम की जांच करता है। आकलन का उद्देश्य निदानात्मक होता है। पोर्टफोलियो प्राथमिक स्तर पर भाषा आकलन के लिए सर्वाधिक उपयुक्त उपकरण है।
Key Points
- पोर्टफोलियो प्रपत्रों का संगठित और क्रमबद्ध संग्रह होता है जो बच्चों द्वारा किसी विशेष समयांतराल या समय की एक निश्चित अवधि में तैयार किया गया हो। पोर्टफोलियो बच्चों की भाषायी क्षमता का आकलन करते हुए उनकी क्रमिक प्रगति को संदर्भित करता है।
- पोर्टफोलियो से बच्चे की विभिन्न अवस्थाओं में भाषा विकास दर का पता चलता है। यह शिक्षक को बच्चे की प्रगति और भाषा क्षमता के आकलन के बारे में जानकारी देता है।
Important Points
पोर्टफोलियो भाषा आकलन करने में सर्वाधिक सहायक है क्योंकि पोर्टफोलियो के प्रयोग द्वारा:
- बच्चों की भाषा विकास से संबंधित निरंतर प्रगति का विस्तृत वर्णन किया जाता है।
- बच्चों की उत्कृष्ट कार्यों को उद्देश्यपूर्ण तथा व्यवस्थित रूप से संकलित कर सुरक्षित रखा जाता है।
- बच्चों की भाषा संबंधी आवश्यकताओं और समस्याओं को समझ कर उपचारात्मक शिक्षण द्वारा दूर किया जाता है।
- बच्चों के लिखित कार्यों के नमूने, रचनात्मक लेखन, कला कार्य, लेख, आत्म आँकलन आदि सामग्री संलग्न किया जाता है।
अतः, यह कहा जा सकता है कि 'पोर्टफोलियो' क्रमिक प्रगति का आकलन करने में मदद करता है।
उच्च प्राथमिक स्तर पर बच्चों की मौखिक अभिव्यक्ति का सतत आकलन करने के लिए सर्वाधिक उचित तरीका है
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFविचारों की अभिव्यक्ति से तात्पर्य मन के विचारों को स्वतंत्र रूप से खुल कर अभिव्यक्ति करने से है।
Key Points
- मौखिक अभिव्यक्ति से तात्पर्य मन के विचारों को स्वतंत्र रूप से बोल कर अभिव्यक्त करने से है। वक्ता द्वारा सूचनाओं का श्रोताओं तक प्रभावपूर्ण संप्रेषण मौखिक अभिव्यक्ति को सार्थक सिद्ध करता है।
- जब अपने विचारो को दुसरो के समक्ष रखने के लिए भाषा का बोलकर प्रयोग करता है तो उसे मौखिक अभिव्यक्त कहा जाता है।
- व्यक्तित्व के समायोजन के लिए मनोवैज्ञानिकों ने अभिव्यक्ति को मुख्य साधन माना है।
Important Points
उच्च प्राथमिक स्तर पर मौखिक अभिव्यक्ति का सतत आकलन के लिए:
- भावानुकूल, सहज भाषा का प्रयोग हो
- बच्चों की आपस में किसी विषय पर परिचर्चा
- बच्चों द्वारा उचित शब्दावली का प्रयोग
- बच्चों को प्रश्न पूछना के लिए प्रेरित करना
- मौखिक अभिव्यक्ति सदैव उचित गति में हो
- बच्चों की आपस में किसी विषय पर प्रतिक्रया व्यक्त करना
- मौखिक अभिव्यक्ति में शुद्ध उच्चारण हो
- स्वाभाविकता एवं स्पष्टता हो
- मौखिक अभिव्यक्ति में व्याकरण सम्मत भाषा का प्रयोग हो
अतः उपर्युक्त पंक्तियों से स्पष्ट है कि उच्च प्राथमिक स्तर पर बच्चों की मौखिक अभिव्यक्ति का सतत आकलन करने के लिए सर्वाधिक उचित तरीका प्रश्न पूछना, प्रतिक्रिया व्यक्त करना, तथा परिचर्चा करना है।
आकलन की प्रक्रिया में केवल बच्चे की क्षमताओं का आकलन नहीं होता बल्कि शिक्षक की शिक्षण-प्रक्रिया का भी आकलन होता है। यह विचार
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFआकलन एक रचनात्मक प्रक्रिया है जो सीखने की प्रक्रिया में सुधार के उद्देश्य से गुणात्मक और मात्रात्मक आंकड़ों को एकत्र करने, प्राप्त करने और उपयोग करने को संदर्भित करता है।
Key Points
आकलन प्रक्रिया में न केवल बच्चो की क्षमताओ का आकलन होता है अपितु शिक्षक को भी अपने कार्य की प्रतिपुष्टि मिलती है। आकलन के परिणाम के आधार पर शिक्षक, अपेक्षित शिक्षण उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए:
- प्रभावी शिक्षण योजना तैयार करते हैं।
- उचित शैक्षणिक उपकरणों का प्रयोग करते हैं।
- अपनी शिक्षण पद्धति में आवश्यक सुधार करते हैं।
अतः, यह कहा जा सकता है कि आकलन द्वारा शिक्षक की शिक्षण प्रक्रिया का भी आकलन होता है।
लेखन-क्षमता के आकलन के लिए –
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFलिखना अर्थात लेखन कौशल चारो भाषा कौशलों में सबसे अंतिम चरण है। बच्चों में लेखन कौशल का विकास मौलिक विचारों को लिखित रूप देने तथा विभिन्न उद्देश्यों के लिए लिखने की क्षमता को संदर्भित करता है।
लेखन-क्षमता के आकलन के लिए स्थिति में बच्चों को ऐसी गतिविधियों में लिप्त होने का मौका देना चाहिए जिससे कि उनके विचारों में मौलिकता का समावेश हो सके। इसके लिए दिए गये विकल्पों में से सबसे उपयुक्त तरीका बच्चों के अभिव्यक्त विचारों को जाँचना होगा क्योंकि विचारों के लिखित वर्णन करने के दौरान बच्चे:
- दक्षता के साथ सहज अभिव्यक्ति के विकास को सुनिश्चित कर सकेंगे।
- वास्तविक अनुभव के साथ भाषाई कौशलों को सुगमता से ग्रहण करेंगें।
- तथ्यों को स्वयं के निजी अनुभवों से जोड़ कर अपने विचारों को अभिव्यक्त करेगें।
- स्वतंत्र एवं मौलिक अभिव्यक्ति के अवसर प्राप्त कर अपने विचारों को खुल कर रखेंगे।
अतः, यह स्पष्ट होता है कि लेखन-क्षमता के आकलन के लिए बच्चों के अभिव्यक्त विचारों को जाँचना होगा।
रीमा ने तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली ऋतिका की भाषा-क्षमता, भाषा – निष्पादन संबंधी क्रमिक प्रगति का ब्यौरा उसके अभिभावकों को दिया। रीमा ने _____ के आधार पर यह जानकारी दी।
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFपोर्टफोलियो: इसमें समय के साथ शैक्षिक उपलब्धि और सीखने की प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए परियोजना रिपोर्ट, असाइनमेंट आदि जैसे शिक्षार्थी के काम के नमूने शामिल होते हैं।
Key Points
पोर्टफोलियो के प्रयोग द्वारा:
- बच्चों की भाषा विकास से संबंधित निरंतर प्रगति का विस्तृत वर्णन किया जाता है।
- बच्चों की उत्कृष्ट कार्यों को उद्देश्यपूर्ण तथा व्यवस्थित रूप से संकलित कर सुरक्षित रखा जाता है।
- बच्चों की भाषा संबंधी आवश्यकताओं और समस्याओं को समझ कर उपचारात्मक शिक्षण द्वारा दूर किया जाता है।
अतः, हम कह सकते है कि शिक्षक पोर्टफोलियो के द्वारा भाषा-क्षमता, भाषा – निष्पादन संबंधी क्रमिक प्रगति का ब्यौरा उसके अभिभावकों को दे सकता है।
Additional Information
अवलोकन |
यह बच्चों की सभी गतिविधियों का नियमित रूप से अवलोकन कर भाषाई विकास को गति देता है। |
जांच सूची |
यह एक ऐसा उपकरण है जो सूचनाओं को इकट्ठा करके उनसे संबंधित निर्णय लेने को संदर्भित करता है। |
लिखित परीक्षा |
इसमें बच्चे पाठ के संप्रत्यों से जुड़े अपने विचारों को लिखित रूप देते है। |
इनमें से कौन सा भाषा-आकलन में सबसे कम प्रभावी तरीका है?
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDFभाषा आकलन की स्थिति में बच्चों को ऐसी गतिविधियों में लिप्त होने का मौका देना चाहिए जिससे कि उनके विचारों में मौलिकता का समावेश हो सके।
Key Points
बच्चों द्वारा कहानी कहना-लिखना और घटना वर्णन करना प्रभावी तरीका होगा क्योंकि किसी कहानी या घटना के मौखिक या लिखित वर्णन करने के दौरान बच्चे:
- वास्तविक अनुभव के साथ भाषाई कौशलों को सुगमता से ग्रहण करेंगें।
- तथ्यों को स्वयं के निजी अनुभवों से जोड़ कर अपने विचारों को अभिव्यक्त करेगें।
- स्वतंत्र एवं मौलिक अभिव्यक्ति के अवसर प्राप्त कर अपने विचारों को खुल कर रखेंगे।
नोट: श्रुतलेख भाषा आकलन के संदर्भ में सबसे कम प्रभावी तरीका है क्योंकि यह साधारण रूप से शब्दों को सुन कर लिखने का एक अभ्यास है। इसके तहत शिक्षक एक-एक शब्दों का शुद्ध उच्चारण करते हैं तथा बच्चे उन्हें सुन कर शुद्ध-शुद्ध लिखते हैं।
अतः हम कह सकते है श्रुतलेख भाषा आकलन के संदर्भ में सबसे कम प्रभावी तरीका है।
आकलन का प्रयोग _________ के लिए होना चाहिए।
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFभाषा आकलन एक संवादात्मक तथा रचनात्मक प्रक्रिया माना जाता है, जिसके द्वारा शिक्षक विद्यार्थी का उचित अधिगम की जांच करता है। आकलन का उद्देश्य निदानात्मक होता है अर्थात शिक्षण अधिगम कार्यक्रम में सुधार करना, छात्रों व अध्यापकों को पृष्ठपोषण प्रदान करना तथा छात्रों की अधिगम संबंधी कठिनाइयों को ज्ञात करना आदि।
- आकलन का प्रयोग सीखने में मदद के लिए होना चाहिए।
- आकलन प्रक्रिया में न केवल बच्चो की क्षमताओ का आकलन होता है अपितु शिक्षक को भी अपने कार्य की प्रतिपुष्टि मिलती है।
- आकलन एक ऐसी प्रक्रिया है जो सीखने की प्रक्रिया में सुधार के उद्देश्य से गुणात्मक और मात्रात्मक आंकड़ों को एकत्र करने, प्राप्त करने और उपयोग करने को संदर्भित करता है।
हिंदी भाषा के आकलन का उद्देश्य:-
- प्रत्येक बच्चें की आवश्यकता की पहचान
- उचित दिशा निर्देश देना
- बच्चें की त्रुटियों को पहचान कर सुधार करना
- प्रभावी भाषा प्रयोग में उनकी मदद करना
- भाषा सीखने की प्रक्रिया को उन्नत बनाना
अतः उपर्युक्य पंक्तियों से स्पष्ठ है कि आकलन का प्रयोग सीखने में मदद के लिए होना चाहिए।
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन मानदण्ड निर्धारित परीक्षाओं के संदर्भ में सही नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFमानदण्ड निर्धारित परीक्षा का निर्माण शिक्षक द्वारा शिक्षार्थियों की अधिगम प्रक्रिया के आँकलन के लिए तथा यदि विशिष्ट विषयवस्तु / अवधारणा में कोई अधिगम कठिनाई हो उसकी पहचान के लिए किया जाता है।
Important Points
- मानदण्ड निर्धारित परीक्षा वे हैं जिनका निर्माण शिक्षकों द्वारा अधिकांशत: अपने कक्षाकक्ष के भीतर ही किया जाता है।
- इनका निर्माण सुनिर्धारित उद्देश्यों के मापन के लिए किया जाता है। निदानात्मक और उपलब्धि परीक्षा इस श्रेणी में आती है।
- उपलब्धि परीक्षण वे उपकरण हैं जिनके द्वारा यह मापा जाता है कि कक्षा में किसी विशिष्ट अनुदेश के पश्चात् एक शिक्षार्थी ने क्या अर्जित किया है।
- निदानात्मक परीक्षणों का प्रयोग कमजोर छात्रों की जानकारी के लिए किया जाता है यह परीक्षण दो प्रकार के होते हैं। ये परीक्षण दो प्रकार के होते हैं।
- मानदण्ड निर्धारित परीक्षा के निर्माण के लिए वस्तुनिष्ठ प्रकार अथवा निबंधात्मक प्रश्न अथवा दोनों बनाए जा सकते हैं। ये पाठ्यक्रम और विशिष्ट प्रोग्राम होते हैं।
- कक्षाकक्ष परीक्षण, पाठ के अन्त अथवा इकाई के अन्त में परीक्षण, त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक, वार्षिक, तथा पूर्व-बोर्ड परीक्षाएँ आदि मानदण्ड निर्धारित परीक्षा के उदाहरण हैं।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि ये प्रशिक्षार्थी के किसी दूसरी भाषा/विदेशी भाषा सीखने की अभिरुचि का भी मापन करते हैं। कथन मानदण्ड निर्धारित परीक्षाओं के संदर्भ में सही नहीं है।
जब बच्चे को कविता सुनाने के लिए कहा जाता है यह शिक्षक को उसके ________ के आकलन में सहायता कर सकता है।
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFकविता शिक्षण के पीछे उसका मुख्य उद्देश्य है:भावबोध, रसानुभूती व सौंदर्यबोध।
कविता- कविता भाषा का एक ऐसा माध्यम है, जिसके द्वारा भावनाएँ व्यक्त की जाती हैं। इसमें रसानुभुति, भावबोध व सौॆन्दर्यबोध होता है।
- कविता को पढ़ने का ढंग गद्य से भिन्न होता है।
- आपने कवि सम्मेलनों, आकाशवाणी अथवा दूरदर्शन पर कवियों को कविताएँ पढ़ते तो सुना ही होगा।
- जब कभी कवि स्वयं अपनी कविताएँ सुनाते होंगे, तब वे आपको कठिन नहीं लगती होंगी।
- बल्कि कई बार तो कविता सुनने के लिए आप अपने बाकी सारे काम छोड़-छाड़ कर बैठ जाते हैं। इसके पीछे क्या कारण है?
- एक कविता जो कवि सम्मेलन में सुनाई जा रही है, वह आपको अच्छी लगती है और एक कविता जो किताबों में छपी है वह समझ में नहीं आ रही। जानते हैं क्यों? इसके पीछे एक प्रमुख कारण होता है- कविता को सुनाने का ढंग।
- बोलने में निपुणता का अर्थ है वाचन कौशल का आकलन।
Additional Information
- अवबोधन पक्ष का अर्थ ज्ञान अथवा तथ्यों को समझने से होता है। यह ग्रहणात्मक कौशल से संबंधित है।
कविता पठन-
- कविता को पढ़ने का अंदाज़ कविता को कठिन और आसान बनाता है। इसलिए कविता को ठीक से समझने और आनंद प्राप्त करने के लिए ज़रूरी है कविता को ठीक से यानी उचित लय, तान के साथ पढ़ना।
- कविता पढ़ने का उद्देश्य सिर्फ शब्दों के अर्थ जान लेने, उसकी सामान्य व्याख्या समझ लेने अथवा व्याकरण संबंधी विशेषताओं को जान लेने-भर से पूरा नहीं हो जाता।
- कविता पढ़ने की सार्थकता तो तब है, जब कवि के द्वारा व्यक्त भावनाओं तक पहुँचकर उसके द्वारा कही गई बात को ग्रहण कर लिया जाए।
-------- भाषा का अति महत्त्वपूर्ण प्रकार है।
Answer (Detailed Solution Below)
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFभाषा' शब्द भाष धातु (क्रिया) से बना है जिसका शाब्दिक अर्थ है "विचार प्रकट करना"। अतः भाषा विचारो का आदान-प्रदान करने की एक प्रक्रिया है। भाषा के द्वारा हम अपने भावों को लिखित अथवा कथित रूप से दूसरों को समझा सकते हैं और दूसरों के भावों को समझ सकते हैं l
भाषा का सबसे महत्वपूर्ण प्रकार सम्प्रेषण है l
सम्प्रेषण:- सम्प्रेषण दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच मौखिक, लिखित, सांकेतिक या प्रतिकात्मक माध्यम से विचार एवं सूचनाओं के प्रेषण की प्रक्रिया है। सम्प्रेषण हेतु सन्देश का होना आवश्यक है।
- सम्प्रेषण में पहला पक्ष प्रेषक (सन्देश भेजने वाला) तथा दूसरा पक्ष प्रेषणी (सन्देश प्राप्तकर्ता) होता है।
- सम्प्रेषण उसी समय पूर्ण होता है जब सन्देश मिल जाता है और उसकी स्वीकृति या प्रत्युत्तर दिया जाता है।
अतः उपर्युक्य पंक्तियों से स्पष्ठ है कि संप्रेषण भाषा का अति महत्त्वपूर्ण प्रकार है।