निम्नलिखित काव्य पंक्तियों को उनके रचनाकारों के साथ सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही विकल्प का चयन कीजिए:

सूची - I

(काव्य - पंक्तियाँ)

सूची - II

(रचनाकार)

a.

पंडित सअल सत्त बक्खाणई।

देहह बुद्ध बसंत ण जाई॥

1.

कण्हपा

b.

बारह बरस लै कूकर जिएँ औ

तेरह लै जिएँ सियार

2.

सरहपा

c.

बड़ कौसलतुअ राधे किनल 

कन्हाई लोचन आधे

3.

जगनिक

d.

जाती ओछा पाती ओछा 

जनमु हमारा

4.

विद्यापति

 

 

5.

रैदास

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

This question was previously asked in
Bihar Senior Secondary Teacher (GS and Hindi) Official Paper (Held On: 26 Aug, 2023 Shift 2)
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  1. a - 3, b - 4, c - 5, d - 2
  2. a - 2, b - 4, c - 5, d - 1
  3. a - 2, b - 3, c - 4, d - 5
  4. उपर्युक्त में से एक से अधिक
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : a - 2, b - 3, c - 4, d - 5
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काव्य पंक्तियों का उनके रचनाकारों के साथ सुमेल -  a - 2, b - 3, c - 4, d - 5
 Key Points

सूची - I

(काव्य - पंक्तियाँ)

सूची - II

(रचनाकार)

a.

पंडित सअल सत्त बक्खाणई।

देहह बुद्ध बसंत ण जाई॥

2.

सरहपा

b.

बारह बरस लै कूकर जिएँ औ

तेरह लै जिएँ सियार

3.

जगनिक

c.

बड़ कौसलतुअ राधे किनल 

कन्हाई लोचन आधे

4.

विद्यापति

d.

जाती ओछा पाती ओछा 

जनमु हमारा

5.

रैदास

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Important Pointsसरहपा -
  • जन्म - 769 ई.
  • डॉ रामकुमार वर्मा ने 7 वीं शताब्दी माना है।
  • अन्य नाम - सरोरुहपाद, सरोजवज्र, राहुलवज्र
  • नालंदा विश्वविद्यालय में अध्यापक भी थे और शिष्य भी।
  • यह सिदधों की सहजयान शाखा के प्रवर्तक थे।
कण्हपा -
  • समय - 820 ई.
  • इनकी भाषा में संस्कृत का विभक्ति रूप पाया जाता है।
  • प्रमुख ग्रंथ-
    • चर्याचर्य विनिश्चय
    • कणहपा  गीतिका
जगनिक -
  • इनकी रचना परमाल रासो है जिसका रचना काल (1173 ई.) है।
  • यह रासो ग्रंथ वर्तमान समय में उपलब्ध नहीं है बल्कि यह गेय रूप में उपलब्ध है।
  • इस ग्रंथ में महोबा के दो वीर जो राजा परर्मीदेव  के सेनानायक थे की वीरता का उल्लेख है।
रैदास /रविदास (1398 - 1518 ई.)
  • यह सिकंदर लोदी के समकालीन थे।
  • गुरु ग्रंथ साहिब में इनके 40 पद संकलित है।
  • रैदास की वाणी शीर्षक से  रैदास की रचनाओं का संग्रह वेलडियर प्रेस प्रयाग से प्रकाशित हुआ।
  • रचनाओं के संग्रह-
    • रैदास की वाणी
    • रविदास के पद
Additional Informationविद्यापति - (1350 ई.)
  • उपाधि - अभिनव जयदेव,नव कवि शेखर,मेंथिल कोकिल,खेलन कवि,आदिकाल और भक्ति काल का संधि कवि,आधान कवि
  • प्रमुख रचनाएं-
    • दुर्गा भक्ति तरंगिणी
    • भू परिक्रमा
    • पुरुष परीक्षा
    • कीर्तिलता
    • कीर्तिपताका
    • विद्यापति पदावली
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Last updated on May 25, 2025

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