Question
Download Solution PDFनिम्नलिखित पंक्ति में कौन - सा छन्द है?न जिसमें कुछ पौरुष हो यहाँ, सफलता वह पा सकता कहाँ ?
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Bihar STET TGT (Hindi) Official Paper-I (Held On: 10 Sept, 2023 Shift 1)
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Option 4 : द्रुतविलम्बित
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Bihar STET Paper 1 Social Science Full Test 1
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Download Solution PDFन जिसमें कुछ पौरुष हो यहाँ, सफलता वह पा सकता कहाँ ?- पंक्ति में छन्द है- द्रुतविलम्बित
Key Pointsद्रुतविलम्बित-
- द्रुतविलम्बित एक छन्द है। इसे सुन्दरी तथा हरिणीप्लुता के नाम से भी जाना जाता है।
- यह वर्णिक छन्दों में समवृत्त का एक भेद है। यह वृत्त नगण, दो भगण, और रगण के योग से बनाता है।
- उदाहरण-
-
दिवस का अवसान समीप था,
गगन था कुछ लोहित हो चला।
तरुशिखा पर थी अब राजती,
कमलिनी-कुल-बल्लभ की प्रभा।
-
Important Pointsवंशस्थ छन्द-
- वंशस्थ छन्द" "वर्णिक छन्द" के अंतर्गत आता है इसमें प्रत्येक चरण में 12 वर्ण होते हैं।
- क्रम इस प्रकार है-
- जगण, तगण, जगण और रगण
(। ऽ।, ऽऽ ।, । ऽ।, ऽ। ऽ) ।
- जगण, तगण, जगण और रगण
- उदाहरण-
- “दिनान्त था, थे दिननाथ डूबते,
सधेनु आते गृह ग्वाल बाल थे।
दिगंत में गो रज थी समुत्थिता,
विषाण नाना बजते सवेणु थे।”
- “दिनान्त था, थे दिननाथ डूबते,
सवैया छंद-
- वर्णिक वृत्तों में 22 से 26 अक्षर के चरण वाले जाति छन्दों को सामूहिक रूप से हिन्दी में सवैया कहने की परम्परा है।
- इस प्रकार सामान्य जाति-वृत्तों से बड़े और वर्णिक दण्डकों से छोटे छन्द को सवैया समझा जा सकता है।
- इस छंद के प्रकार हैं-
- मदिरा सवैया
- मत्तगयन्द सवैया
- सुमुखि सवैया
- दुर्मिल सवैया आदि।
मालिनी छंद-
- यह एक वर्णिक छंद है।
- इसमें चार पद होते हैं।
- इसके प्रत्येक पद में क्रमशःनगण,नगण,मगण,यगण,यगण होते हैं।
- इस छंद में पन्द्रह अक्षर होते हैं और प्रत्येक पद की यति आठ-सात अक्षरों पर होती है।
- उदाहरण-
- हृदय कथन सच्चे से इरादा लिए थे।
हमसफ़र बने जो एक वादा लिए थे।
रुह नरम बने दीदार को थी जगी सी,
नयन कमल-से इश्क़े-तक़ाज़ा लिए थे।
- हृदय कथन सच्चे से इरादा लिए थे।
Last updated on Jul 3, 2025
-> The Bihar STET 2025 Notification will be released soon.
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