Question
Download Solution PDF'नैन नचाय कही मुसकाय, लला फिर आइ़यो खेलन होरी' पंक्ति का रचयिता कौन है?
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DSSSB TGT Hindi Female Subject Concerned - 28 Aug 2018 Shift 1
Answer (Detailed Solution Below)
Option 1 : पद्माकर
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DSSSB TGT Hindi Female 4th Sep 2021 Shift 2
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Detailed Solution
Download Solution PDF"नैन नचाई,कहो मुस्काई,लला फिर आएवो खेलन होरी"...पंक्तियाँ-1) पद्माकर की है।
Important Points
- रीतिकाल के ब्रजभाषा कवियों में पद्माकर (1753-1833) का महत्त्वपूर्ण स्थान है।
- पद्माकर रचित ग्रंथों में सबसे जाने माने संग्रहों में-हिम्मतबहादुर विरुदावली,पद्माभरण,जगद्विनोद,रामरसायन (अनुवाद),प्रतापसिंह विरूदावली, प्रबोध पचासा आदि हैं।
- पद्माकर ने सजीव मूर्त विधान करने वाली कल्पना के माध्यम से शौर्य,शृंगार,प्रेम,भक्ति,राजदरबार की सम्पन्न गतिविधियों,मेलो-उत्सवों,युद्धों और प्रकृति-सौन्दर्य का मार्मिक चित्रण किया है।
- पद्माकर रीतिबद्ध कवि हैं।
Additional Information
- बिहारी सतसई "कवि बिहारी" की रचना है।
- यह एक मुक्तक काव्य है।
- इसमें नीति, भक्ति और श्रृंगार से संबंधित दोहों का संकलन है।
- बिहारी सतसई पर हिंदी में 50 से अधिक टीका प्राप्त है।
- घनानन्द
- घनानंद (1673- 1760) रीतिकाल की तीन प्रमुख काव्यधाराओं- रीतिबद्ध, रीतिसिद्ध और रीतिमुक्त के अंतिम काव्यधारा के अग्रणी कवि हैं।
- ये 'आनंदघन' नाम से भी प्रसिद्ध हैं।
- घनानंद द्वारा रचित ग्रंथों की संख्या 41 बताई जाती है।
- रत्नाकर
- उद्धव शतक
Last updated on May 12, 2025
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