हिन्दी भाषा के विविध रूप MCQ Quiz in বাংলা - Objective Question with Answer for हिन्दी भाषा के विविध रूप - বিনামূল্যে ডাউনলোড করুন [PDF]
Last updated on Apr 17, 2025
Latest हिन्दी भाषा के विविध रूप MCQ Objective Questions
Top हिन्दी भाषा के विविध रूप MCQ Objective Questions
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 1:
देवनागरी लिपि के स्थान पर रोमन लिपि स्वीकार करने का सुझाव किसने दिया था?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 1 Detailed Solution
'देवनागरी' लिपि के स्थान पर रोमन लिपि स्वीकार करने का सुझाव सुनीति कुमार चटर्जी ने दिया विकल्प 1 सही हैं।
Key Points
- हिन्दी भाषा देवनागरी लिपि में लिखी जाती हैं जिसको बाँये से दायें और लिखा जाता हैं।
- सुनीति कुमार चटर्जी ने देवनागरी के स्थान पर रोमन लिपि को स्वीकार करने का सुझाव दिया था।
अन्य विकल्प-
- काका कालेलकर- हिन्दी भाषा के प्रचार से जुड़े थे यह एक साहित्यकार थे इनको जीवन व्यवस्था नामक निबंध संग्रह के लिए साहित्य अकादमी अवार्ड दिया गया।
- भीमराव अम्बेडकर- यह भारतीय संविधान रचयिता के रूप में जाने जाते हैं। भारत के प्रथम विधि मंत्री थे।
- जवाहर लाल नेहरू- नेहरू जी स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री थे।तथा इनकी प्रसिद्ध कृतियाँ- भारत एक खोज, ग्लिम्प्स ऑफ वर्ल्ड हिस्ट्री।
Additional Information
- 14 सितंबर को 1949 को हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया।
- तब से 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाने लगा हिन्दी का प्रदुर्भाव 1000 ई. से माना जाता हैं, हिन्दी भारोपीय परिवार की भाषा हैं।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 2:
गोविन्द बल्लभ पंत की अध्यक्षता में संयुक्त संसदीय राजभाषा समिति का गठन कब किया गया?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 2 Detailed Solution
गोविन्द बल्लभ पंत की अध्यक्षता में संयुक्त संसदीय राजभाषा समिति का गठन 1957 में किया गया।
Key Points
- राजभाषा संसदीय समिति का गठन - संविधान के अनुच्छेद 344 (4) के अनुसार 1957 में राजभाषा संसदीय समिति का गठन राष्ट्रपति के आदेश से हुआ।
- इसमें कुल तीस सदस्य (लोक सभा से 20 व राज्य सभा से 10) थे। पंडित गोविन्द वल्लभ पंत को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया। समिति का कार्य था - आयोग की रिपोर्ट की जांच करना तथा उस पर विचार करके अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को प्रस्तुत करना।
- अपनी 26 बैठकों में समिति ने आयोग की रिपोर्ट के सभी पहलुओं का अध्ययन किया तथा 08 फरवरी, 1959 को अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति महोदय को दे दी।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 3:
भारत के प्रधान मंत्री किस समिति की अध्यक्षता करते हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 3 Detailed Solution
भारत के प्रधान मंत्री केंद्रीय हिंदी समिति की अध्यक्षता करते हैं।
- केन्द्रीय हिंदी समिति का गठन वर्ष 1967 में किया गया था।
- यह शीर्ष निकाय है जो संघ में राजभाषा के रूप में हिंदी भाषा के प्रचार और प्रगतिशील उपयोग के लिए दिशानिर्देश देता है।
- केन्द्रीय हिंदी समिति के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में सभी/विभागों में हिन्दी सलाहकार समिति का गठन किया गया है।
- जो वर्तमान में, इस समिति में कुल 41 सदस्य हैं जिनमें छह मंत्रालयों जो कि विदेश मंत्रालय, मानव संसाधन मंत्रालय, संचार
- और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, रेल मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, कार्मिक मंत्रालय, सार्वजनिक शिकायतें और पेंशन हैं, के मंत्री शामिल है।
Key Points
विश्व हिंदी न्यास समिति:-
संसदीय राजभाषा समिति:-
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति:-
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हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 4:
ग्यारवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन किस वर्ष संपन्न हुआ था?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 4 Detailed Solution
ग्यारवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन 2018 वर्ष संपन्न हुआ था।
Key Points ग्यारवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन 18-20 अगस्त 2018 को मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुई में सम्पन्न हुआ।
Additional Information
क्रम | तिथि | नगर | देश |
9 | 22-24 सितम्बर 2012 | जोहांसबर्ग | दक्षिण अफ्रीका |
10 | 10-12 सितंबर 2015 | भोपाल | भारत |
12वें विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन 15-17 फरवरी, 2023 को विदेश मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा फिजी सरकार के सहयोग से फिजी में किया जा रहा है।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 5:
'संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी।' संविधान के किस अनुच्छेद में वर्णित है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 5 Detailed Solution
'संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी।' संविधान के किस अनुच्छेद में वर्णित है-अनुच्छेद 343(1)
अनुच्छेद 343(1)-
- "संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी।"
- "संघ के शासकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग होने वाले अंकों का अंतर्राष्ट्रीय रूप होगा।"
- इसी अनुच्छेद में यह प्रयोजन भी है कि शासकीय प्रयोजनों के लिए अंग्रेजी भाषा का प्रयोग 15 वर्षों ताक होता रहेगा।
Key Pointsहिन्दी की संवैधानिक स्थिति-
- 14 सितंबर, 1949 ई. को भारतीय संविधान में हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिया गया।
- भारतीय संविधान के भाग 5, 6 और 17 में राजभाषा संबंधी उपबंध हैं।
- भाग 17 का शीर्षक राजभाषा है।
- इस भाग में चार अध्याय है जो अनुच्छेद-343 से 351 के अंतर्गत समाहित है।
Important Pointsअनुच्छेद 342-
- इस अनुच्छेद में भारतीय अनुसूचित जातियों से संबंधित अनुबंध है।
अनुच्छेद 344-
- राष्ट्रपति, इस संविधान के प्रारंभ से पांच वर्ष की समाप्ति पर और तत्पश्चात ऐसे प्रारंभ से दस वर्ष की समाप्ति पर, आदेश द्वारा, एक आयोग गठित करेगा जो एक अध्यक्ष और आठवीं अनुसूची में विनिर्दिष्ट विभिन्न भाषाओँ का प्रतिनिधित्व करने वाले ऐसे अन्य सदस्यों से मिलकर बनेगा जिनको राष्ट्रपति नियुक्त करे और आदेश में आयोग द्वारा अनुसरण की जाने वाली प्रक्रिया परिनिाश्चित की जाएगी ।
- ये आयोग भारत की उन्नति की प्रक्रिया तथा अहिंदी भाषी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए अनुशंसा करेंगे।
अनुच्छेद 351-
- "संघ का यह कर्तव्य होगा कि वह हिन्दी भाषा का प्रसार बढाए, उसका विकास करे जिससे वह भारत की सामासिक संस्कॄति के सभी तत्वों की अभिव्यक्ति का माध्यम बन सके और उसकी प्रकॄति में हस्तक्षेप किए बिना हिन्दुस्तानी में और आठवीं अनुसूची में विनिर्दिष्ट भारत की अन्य भाषाओँ में प्रयुक्त रूप, शैली और पदों को आत्मसात करते हुए और जहां आवश्यक या वांछनीय हो वहां उसके शब्द-भंडार के लिए मुख्यतः संस्कॄत से और गौणतः अन्य भाषाओँ से शब्द ग्रहण करते हुए उसकी समॄद्धि सुनिाश्चित करे।"
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 6:
भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में हिंदी भाषा के विकास के लिए निर्देश हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 6 Detailed Solution
भारतीय संविधान के 351 अनुच्छेद में हिंदी भाषा के विकास के लिए निर्देश हैं।
- भारत के संघ का कर्तव्य होगा कि वह हिंदी भाषा का प्रचार एवं उत्थान करें
- ताकि वह भारत की मिश्रित संस्कृति के सभी अंगों के लिए अभिव्यक्ति का माध्यम बने।
Key Pointsअनुच्छेद 348:-
- संविधान के अनुच्छेद 348 में उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों में और अधिनियमों,
- विधेयकों आदि के लिए प्रयोग की जाने वाली भाषा के बारे में उल्लेख है।
- भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार को संविधान के अनुच्छेद 348 में संशोधन पर
- प्रतिक्रिया देने के लिए एक नोटिस 19 अगस्त 2014 को जारी किया है।
अनुच्छेद 344:-
- संविधान के प्रारंभ से पांँच वर्ष की समाप्ति पर राष्ट्रपति द्वारा एक आयोग के गठन का प्रावधान करता है।
- संघ की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी होगी, संघ के शासकीय
- प्रयोजनों के लिए प्रयोग होने वाले अंकों का रूप भारतीय अंकों का अंतर्राष्ट्रीय रूप होगा।
- संविधान सभा ने लम्बी चर्चा के बाद 14 सितम्बर सन् 1949 को हिन्दी को भारत की राजभाषा स्वीकारा गया।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 7:
प्रथम राजभाषा आयोग की स्थापना कब की गई?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 7 Detailed Solution
प्रथम राजभाषा आयोग की स्थापना 7 जून 1955 में की गई।
Key Points
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 344 में प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 7 जून 1955 को राज्य भाषा आयोग का गठन किया गया।
- बी. जी. खेर उस समय राजभाषा आयोग के अध्यक्ष थे, उन्होंने 1956 में राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट सौंपी।
- संयुक्त संसदीय समिति द्वारा रिपोर्ट पर विचर करने के उपरांत राष्ट्रपति ने 27 अप्रैल, 1969 को एक आदेश जारी किया, जो इस प्रकार है-
- वैज्ञानिक, प्रशासनिक एवं कानूनी साहित्य संबंधी हिंदी शब्दावली तैयार करने के लिए तथा अंग्रेजी कृतियों का हिंदी में अनुवाद करने के लिए एक स्थायी आयोग का गठन किया जाए।
- संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के माध्यम के रूप में अंग्रेजी का प्रयोग चलता रहे और बाद में वैकल्पिक माध्यम के रूप में हिंदी का प्रचलन प्रारंभ किया जाए।
- संसदीय विधान कार्य अंग्रेजी में चलता रहेगा किंतु इसके प्रामाणिक हिंदी अनुवाद की व्यवस्था की जाए।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 8:
संविधान की आठवीं अनुसूची में निम्न में से कितनी भाषाओं का उल्लेख है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 8 Detailed Solution
सही विकल्प है - बाईस।
- संविधान की आठवीं अनुसूची में बाईस भाषाओं का उल्लेख है।
Key Points अष्टम अनुसूची -:
- यह अनुसूची भारत की भाषाओं से संबंधित है।
- इस अनुसूची में 22 भारतीय भाषाओं को शामिल किया गया है।
- प्रारम्भ में 14 भाषाओ को संविधानिक मान्यता दी गई थी।
- इसमें, सिन्धी भाषा को 21 वाँ संविधान संशोधन अधिनियम 1967 ,कोंकणी भाषा, मणिपुरी भाषा, और नेपाली भाषा को 71वाँ संविधान संशोधन अधिनियम 1992 ई. में शामिल किया गया।
Additional Information अष्टम अनुसूची की 22 भाषाएं -
- असमिया, बांग्ला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, ओडिया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगू, उर्दू, बोडो, संथाली, मैथिली और डोगरी।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 9:
छठवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन कहाँ हुआ था?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 9 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 3 'ब्रिटेन’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- छठवां विश्व हिंदी सम्मेलन 1999 में लंदन, ब्रिटेन में आयोजित किया गया था।
- दिए गए अन्य नाम यहाँ अनुचित हैं।
- अमेरिका में - आठवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन
- पोर्टलुई में - दूसरा विश्व हिन्दी सम्मेलन
Additional Information
- विश्व हिन्दी सम्मेलन हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसमें विश्व भर से हिन्दी विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, भाषा विज्ञानी, विषय विशेषज्ञ तथा हिन्दी प्रेमी शामिल होते हैं।
- 'विश्व हिंदी सम्मेलन' की संकल्पना 'राष्ट्रभाषा प्रचार समिति', वर्धा द्वारा 1973 में की गई थी।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 10:
संविधान के किस अनुच्छेद में हिन्दी को राजभाषा तथा इसकी लिपि देवनागरी को स्वीकार किया गया ?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 10 Detailed Solution
सही उत्तर है 343
Key Points
- संविधान की धारा 343 (1) के अनुसार देवनागरी लिपि में हिन्दी संघ की राजभाषा होगी।
- धारा 343 (3) में संसद को 25 जनवरी 1965 के बाद भी आधिकारिक प्रयोजनों के लिए अंग्रेजी के उपयोग को जारी करने के लिए कानून बनाने का अधिकार दिया गया है।
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 से लेकर अनुच्छेद 351 तक राजभाषा संबंधी संवैधानिक प्रावधान किए गए। भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन राजभाषा विभाग का गठन किया गया।
अनुच्छेद 343 संघ की राजभाषा -
- संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी, संघ के शासकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग होने वाले अंकों का रूप भारतीय अंकों का अंतर्राष्ट्रीय रूप होगा।
- खण्ड (1) में किसी बात के होते हुए भी, इस संविधान के प्रारम्भ से पंद्रह वर्ष की अवधि तक संघ के उन सभी शासकीय प्रयोजनों के लिए अंग्रेजी भाषा का प्रयोग किया जाता रहेगा जिनके लिए उसका ऐसे प्रारम्भ से ठीक पहले प्रयोग किया जा रहा था, परन्तु राष्ट्रपति उक्त अवधि के दौरान, आदेश द्वारा, संघ के शासकीय प्रयोजनों में से किसी के लिए अंग्रेजी भाषा के अतिरिक्त हिंदी भाषा का और भारतीय अंकों के अंतर्राष्ट्रीय रूप के अतिरिक्त देवनागरी रूप का प्रयोग प्राधिकृत कर सकेगा।