कवि और रचना MCQ Quiz - Objective Question with Answer for कवि और रचना - Download Free PDF

Last updated on Jul 9, 2025

Latest कवि और रचना MCQ Objective Questions

कवि और रचना Question 1:

‘उर्वशी’ के रचनाकर कौन हैं? 

  1. माखनलाल चतुर्वेदी 
  2. हरिवंशराय बच्चन 
  3. सुमित्रानंदन पंत 
  4. रामधारी सिंह दिनकर 
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : रामधारी सिंह दिनकर 

कवि और रचना Question 1 Detailed Solution

‘उर्वशी’ के रचनाकर ‘रामधारी सिंह दिनकर’ हैं। अत: इसका सही उत्तर विकल्प 4 रामधारी सिंह दिनकरहैं। अन्य विकल्प अनुचित हैं।

स्पष्टीकरण:  

‘उर्वशी’ के रचनाकर ‘रामधारी सिंह दिनकर’ का काव्य नाटक हैं। जिसका प्रकाशन 1961 में हुआ था। जिसमें उर्वशी और पुरुरवा के प्राचीन आख्यान को नवीन अर्थ से जोड़ा है।

इनकी अन्य रचनाएँ हैं- रश्मिरथी, कुरुक्षेत्र, रेणुका, बापू आदि।

अन्य विकल्प:

रचनाकर

रचनाएँ

माखनलाल चतुर्वेदी

हिमतरंगिणी, युगचरण, हिमकिरीटीनी

हरिवंश राय बच्चन

मधुशाला, मधुकलश, निशा-निमंत्रण

सुमित्रानंदन पंत

चितम्बरा, वीणा, ग्राम्या

कवि और रचना Question 2:

झांसी की रानी' कविता सुभद्रा कुमारी चौहान के किस संग्रह में संकलित है ?

  1. त्रिधारा
  2. मुकुल 
  3. बिखरे मोती
  4. झांसी की रानी

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : मुकुल 

कवि और रचना Question 2 Detailed Solution

‘झांसी की रानी' कविता सुभद्रा कुमारी चौहान के मुकुल संग्रह में संकलित है

Key Pointsसुभद्रा कुमारी चौहान-

  • जन्म-1904-1948ई. 
  • मुख्य रचनाएँ-
    • मुकुल(1930ई.)
    • त्रिधारा आदि। 
  • मुख्य कविताएँ हैं-
    • जलियाँवाला बाग
    • झाँसी की रानी
    • झंडे की इज्जत में
    • स्वदेश के प्रति आदि।

कवि और रचना Question 3:

अनुक्रम की दृष्टि से 'परशुराम की प्रतीक्षा' काव्य संग्रह का कविता क्रम सही है :

  1. परशुराम की प्रतीक्षा, जवानियाँ, हिम्मत की रोशनी, लोहे के मर्द।
  2. जवानियाँ, परशुराम की प्रतीक्षा, लोहे के मर्द, हिम्मत की रोशनी।
  3. हिम्मत की रोशनी, परशुराम की प्रतीक्षा, जवानियाँ लोहे के मर्द।
  4. लोहे के मर्द, जवानियाँ, हिम्मत की रोशनी, परशुराम की प्रतीक्षा।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : परशुराम की प्रतीक्षा, जवानियाँ, हिम्मत की रोशनी, लोहे के मर्द।

कवि और रचना Question 3 Detailed Solution

अनुक्रम की दृष्टि से 'परशुराम की प्रतीक्षा' काव्य संग्रह का कविता क्रम सही है - परशुराम की प्रतीक्षा, जवानियाँ, हिम्मत की रोशनी, लोहे के मर्द।

Key Points"परशुराम की प्रतीक्षा" काव्य संग्रह में कविताओं का क्रम इस प्रकार है-

  • परशुराम की प्रतीक्षा
    • खण्ड एक
    • खण्ड दो
    • खण्ड तीन
    • खण्ड चार
    • खण्ड पाँच
  • जवानियाँ
  • हिम्मत की रौशनी
  • लोहे के मर्द
  • जनता जगी हुई
  • आज कसौटी पर गाँधी की आग है
  • जौहर
  • आपद्धर्म
  • पाद-टिप्पणी
  • शान्तिवादी
  • अहिंसावादी का युद्ध-गीत
  • इतिहास का न्याय
  • नार्की
  • एक बार फिर स्वर दो?
  • तब भी आता हूँ मैं
  • समर शेष है
  • जवानी का झण्डा

Important Pointsरामधारी सिंह-

  • जन्म- 1908-1974 ई.
  • हिन्दी के प्रसिद्ध लेखक, कवि एवं निबंधकार थे।
  • 'राष्ट्रकवि दिनकर' आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
  • काव्य संग्रह-
    • रेणुका (1935 ई.)
    • इतिहास के आँसू (1951 ई.)
    • नीम के पत्ते (1954 ई.)
    • सूरज का ब्याह (1955 ई.)
    • परशुराम की प्रतीक्षा (1963 ई.)
    • आत्मा की आँखें (1964 ई.)

कवि और रचना Question 4:

‘आग और राग’ का कवि किसे कहा जाता है?

  1. माखनलाल चतुर्वेदी 
  2. रामधारी सिंह दिनकर 
  3. नागार्जुन 
  4. निराला 
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : रामधारी सिंह दिनकर 

कवि और रचना Question 4 Detailed Solution

‘आग और राग’ का कवि कहा जाता है - 'रामधारी सिंह दिनकर'

  • रामधारी सिंह 'दिनकर' हिन्दी के एक प्रमुख लेखक, कवि निबन्धकार थे।
  • वे आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
  • राष्ट्रवाद अथवा राष्ट्रीयता को इनके काव्य की मूल-भूमि मानते हुए इन्हे 'युग-चारण''काल के चारण' की संज्ञा दी गई है।
  • 'दिनकर' स्वतन्त्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतन्त्रता के बाद 'राष्ट्रकवि' के नाम से जाने गये।

Key Pointsदिनकर की काव्य संग्रह:-

  • प्रणभंग (1929)
  • रेणुका (1935)
  • हुंकार (1938)
  • रसवन्ती (1939)
  • द्वंद्वगीत (1940)
  • कुरूक्षेत्र (1946)
  • धूप-छाँह (1947)
  • रश्मिरथी (1952)

Additional Information

माखनलाल चतुर्वेदी

  • माखन लाल चतुर्वेदी सरल भाषा और ओजपूर्ण भावनाओं के अनूठे हिन्दी रचनाकार थे।
  • इन्होंने हिन्दी एवं संस्कृत का अध्ययन किया। ये 'कर्मवीर' राष्ट्रीय दैनिक के संपादक थे।
  • इन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया। इनका उपनाम एक भारतीय आत्मा है।
  • राष्ट्रीयता माखन लाल चतुर्वेदी के काव्य का कलेवर है तथा रहस्यात्मक प्रेम उसकी आत्मा है।

काव्य संग्रह:-

  • हिमकिरीटिनी
  • हिम तरंगिणी
  • युग चारण
  • मरण ज्वार
  • वेणु लो गूंजे धरा
  • बीजुरी काजल आँज रही

नागार्जुन:-

  • नागार्जुन प्रगतिवादी विचारधारा के लेखक और कवि थे।
  • नागार्जुन ने 1945 ई. के आसपास साहित्य सेवा के क्षेत्र में क़दम रखा।
  • शून्यवाद के रूप में नागार्जुन का नाम विशेष उल्लेखनीय है। नागार्जुन का असली नाम 'वैद्यनाथ मिश्र' था।
  • हिन्दी साहित्य में उन्होंने 'नागार्जुन' तथा मैथिली में 'यात्री' उपनाम से रचनाओं का सृजन किया।

काव्य संग्रह:-

  • युगधारा (1953)
  • सतरंगे पंखों वाली (1959)
  • प्यासी पथराई आँखें (1962)
  • तालाब की मछलियाँ (1974)
  • तुमने कहा था (1980)
  • खिचड़ी विप्लव देखा हमने (1980)
  • हजार-हजार बाँहों वाली (1981​)

निराला:-

  • सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' हिन्दी कविता के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक माने जाते हैं।
  • वे जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा के साथ हिन्दी साहित्य में छायावाद के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं।
  • उन्होंने कई कहानियाँ, उपन्यास और निबंध भी लिखे हैं किन्तु उनकी ख्याति विशेषरुप से कविता के कारण ही है।

काव्य संग्रह:-

  • अनामिका (1923)
  • परिमल (1930)
  • गीतिका (1936)
  • तुलसीदास (1939)
  • कुकुरमुत्ता (1942)
  • अणिमा (1943)
  • बेला (1946)
  • अर्चना (1950)

कवि और रचना Question 5:

'पुष्प की अभिलाषा' नामक प्रसिद्ध कविता किसने लिखी है ?

  1. रामनरेश त्रिपाठी
  2. माखनलाल चतुर्वेदी
  3. अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' 
  4. मैथिलीशरण गुप्त
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : माखनलाल चतुर्वेदी

कवि और रचना Question 5 Detailed Solution

'पुष्प की अभिलाषा' नामक प्रसिद्ध कविता के रचयिता माखनलाल चतुर्वेदी हैं।

पुष्प की अभिलाषा

  •  चाह नहीं, मैं सुरबाला के
    गहनों में गूँथा जाऊँ,
    चाह नहीं प्रेमी-माला में बिंध
    प्यारी को ललचाऊँ,
    चाह नहीं सम्राटों के शव पर
    हे हरि डाला जाऊँ,
    चाह नहीं देवों के सिर पर
    चढूँ भाग्य पर इठलाऊँ,
    मुझे तोड़ लेना बनमाली,
    उस पथ पर देना तुम फेंक!
    मातृ-भूमि पर शीश- चढ़ाने,
    जिस पथ पर जावें वीर अनेक!

Key Points

  • माखनलाल चतुर्वेदी जी की विश्व प्रसिद्ध कविता पुष्प की अभिलाषा हर उस व्यक्ति के जुबान पर रहता है जो हिन्दी साहित्य में थोड़ी भी रूचि लेते हैं।
  • पुष्प की अभिलाषा कविता माखन लाल चतुर्वेदी जी की कलम यानी हिन्दी साहित्य के प्रति समर्पण की पराकाष्ठा है।

Additional Information

अन्य विकल्प : 

बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' 

 विप्लव गायन,असिधारा पथ,ओस बिंदु   सम ढरके,प्राप्तव्य,फागुन,भिक्षा,मधुमय स्वप्न रंगीले आदि। 

रामधारी सिंह 'दिनकर' 

कुरुक्षेत्र, उर्वशी, रेणुका, रश्मिरथी आदि। 

रामनरेश त्रिपाठी 

 'पथिक', 'मिलन' और 'स्वप्न' (खण्ड काव्य), 'मानसी' (स्फुट कविता संग्रह), 'कविता-कौमुदी', 'ग्राम्य गीत' (सम्पादित), 'गोस्वामी तुलसीदास और उनकी कविता' (आलोचना)।

 

 

 

 

 

 

 

 

Important Points

  • माखनलाल चतुर्वेदी को 1955 मेें उनकी कृति 'हिम तरंगिणी' के लिए साहित्य अकादमी पुस्कार से सम्मानित किया गया। 
  • माखनलाल चतुर्वेदी को 1963 मेें पद्म भूषण  से सम्मानित किया गया। 

Top कवि और रचना MCQ Objective Questions

'कुरुक्षेत्र' किसका काव्य है?

  1. रामधारी सिंह दिनकर
  2. त्रिलोचन
  3. नागार्जुन
  4. मैथिलीशरण गुप्त

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : रामधारी सिंह दिनकर

कवि और रचना Question 6 Detailed Solution

Download Solution PDF

दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 1 'रामधारी सिंह 'दिनकर है।

  • 'कुरुक्षेत्र' काव्य : दिनकर जी का है।

Key Points

  • 'कुरुक्षेत्र' के रचनाकार रामधारी सिंह 'दिनकर' हैं।
  • कुरुक्षेत्र महाकाव्य में केवल दो ही पात्र थे - युधिष्ठिर और पितामह भीष्म
  • कुरुक्षेत्र रचना का प्रकाशन 1946 में हुआ था।
  • यह समस्या प्रधान काव्य है।
  • दिनकर की अन्य रचनाएँ हैं - रश्मिरथी, उर्वशी, रेणुका, बापू आदि।

रामधारी सिंह 'दिनकर' की पहली रचना है

  1. हुंकार
  2. रश्मिरथी
  3. प्रणभंग
  4. रेणुका

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : प्रणभंग

कवि और रचना Question 7 Detailed Solution

Download Solution PDF

पहली रचना: प्रणभंग (1929)

  • रामधारी सिंह दिनकर 'अनल कवि' के रूप में प्रसिद्ध हैं ।
  • दिनकर की आरंभिक रचनाओं 'रेणुका' और 'हुंकार' को लेकर तत्कालीन अंग्रेज़ी सरकार ने दिनकर से स्पष्टीकरण माँगा था ।

Key Points

  • दिनकर ने खुद को मैथिलीशरण गुप्त की तुलना में खुद को महज डिप्टी राष्टकवि ही माना ।

  • दिनकर की मुख्य रचनाएं - रेणुका (1935 ई.) , कुरुक्षेत्र (1946 ई.) , रश्मिरथी (1952 ई.) , उर्वशी (1961 ई.) , परशुराम की प्रतीक्षा (1963 ई.) ।
  • केदारनाथ अग्रवाल की मुख्य रचनाएं - युग की गंगा (1947 ई.) , फूल नहीं रंग बोलते हैं (1965 ई.) , अपूर्वा (1984 ई.) ।
  • नागार्जुन की मुख्य रचनाएं - युगधारा , सतरंगे पंखो वाली , प्यासी पथराई आँखें , तुमने कहा है । 

'उर्वशी' के रचनाकार है -

  1. जयशंकर प्रसाद
  2. रामधारी सिंह दिनकर
  3. मैथलीशरण गुप्त
  4. महादेवी वर्मा

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : रामधारी सिंह दिनकर

कवि और रचना Question 8 Detailed Solution

Download Solution PDF

'उर्वशी' के रचनाकार है - "रामधारी सिंह दिनकर"। अन्य विकल्प असंगत है।

Key Points

  • 'उर्वशी' के रचनाकार है - "रामधारी सिंह दिनकर"।
  • उर्वशी रामधारी सिंह 'दिनकर' द्वारा रचित काव्य नाटक है।
  • वर्ष 1961 में रामधारी सिंह दिनकर उनकी प्रसिद्ध काव्य रचना ‘उर्वशी’ के लिए ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।

रामधारी सिंह दिनकर की अन्य  प्रसिद्ध रचनाएँ-

  • रश्मिरथी
  • रेणुका
  • संस्कृति के चार अध्याय
  • हुंकार, सामधेनी
  • नीम के पत्ते।

Additional Information

कवि  रचनाएँ
जयशंकर प्रसाद झरना, ऑसू, लहर, कामायनी, प्रेम पथिक आदि।
मैथलीशरण गुप्त जयद्रथवध, साकेत, पंचवटी, सैरन्ध्री, यशोधरा आदि।
महादेवी वर्मा यामा, नीरजा, रश्मि, नीहार, दीपशिखा आदि।

निम्नलिखित में से माखनलाल चतुर्वेदी की रचनाएँ हैं -

A. स्वर्णधूलि

B. हिमकिरीटिनी

C. विष्णुप्रिया

D. हिमतरंंगिणी

नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिये:

  1. केवल C और D
  2. केवल A और B
  3. केवल B और D
  4. केवल A और C

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : केवल B और D

कवि और रचना Question 9 Detailed Solution

Download Solution PDF

'हिमकिरीटनी व हिम तरंगिणी" "माखनलाल चतुर्वेदी" की रचनाएँ हैं। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (3) B  और D  सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।

Key Points
  • माखनलाल चतुर्वेदी (4 अप्रैल 1889-30 जनवरी 1968)
  • 1943 में उस समय का हिन्दी साहित्य का सबसे बड़ा 'देव पुरस्कार' माखनलालजी को 'हिम किरीटिनी' पर दिया गया था।
  • 1963 में भारत सरकार ने 'पद्मभूषण' से अलंकृत किया।
  • उनके काव्य संग्रह 'हिमतरंगिणी' के लिये उन्हें 1955 में हिन्दी के 'साहित्य अकादमी पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।

Important Points

माखनलाल चतुर्वेदी जी की रचनाएं निम्नलिखित हैं:-

काव्य कृतियाँ

गद्यात्मक कृतियाँ

हिमकिरीटिनी

कृष्णार्जुन युद्ध

हिम तरंगिणी

साहित्य के देवता

युग चरण

समय के पांव

समर्पण

अमीर इरादे :गरीब इरादे 

मरण ज्वार

माता

वेणु लो गूंजे धरा

बीजुरी काजल आँज रही

 Additional Information

रचना

रचनाकार

स्वर्ण धूली (1947)

सुमित्रानंदन पंत

विष्णु प्रिया

मैथिलीशरण गुप्त

'पुष्प की अभिलाषा' नामक प्रसिद्ध कविता के रचयिता कौन हैं ? 

  1. बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' 
  2. रामधारी सिंह 'दिनकर' 
  3. माखनलाल चतुर्वेदी 
  4. रामनरेश त्रिपाठी 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : माखनलाल चतुर्वेदी 

कवि और रचना Question 10 Detailed Solution

Download Solution PDF

'पुष्प की अभिलाषा' नामक प्रसिद्ध कविता के रचयिता माखनलाल चतुर्वेदी हैं, अन्य विकल्प असंगत है, अत: विकल्प 3 'माखनलाल चतुर्वेदी' सही उत्तर होगा।

  • माखनलाल चतुर्वेदी जी की विश्व प्रसिद्ध कविता पुष्प की अभिलाषा हर उस व्यक्ति के जुबान पर रहता है जो हिन्दी साहित्य में थोड़ी भी रूचि लेते हैं
  •  पुष्प की अभिलाषा कविता माखन लाल चतुर्वेदी जी की कलम यानी हिन्दी साहित्य के प्रति समर्पण की पराकाष्ठा है।

 

अन्य विकल्प

बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' 

 विप्लव गायन,असिधारा पथ,ओस बिंदु   सम ढरके,प्राप्तव्य,फागुन,भिक्षा,मधुमय स्वप्न रंगीले आदि। 

रामधारी सिंह 'दिनकर' 

कुरुक्षेत्र, उर्वशी, रेणुका, रश्मिरथी आदि। 

रामनरेश त्रिपाठी 

 'पथिक', 'मिलन' और 'स्वप्न' (खण्ड काव्य), 'मानसी' (स्फुट कविता संग्रह), 'कविता-कौमुदी', 'ग्राम्य गीत' (सम्पादित), 'गोस्वामी तुलसीदास और उनकी कविता' (आलोचना)।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

  • माखनलाल चतुर्वेदी को 1955 मेें उनकी कृति 'हिम तरंगिणी' के लिए साहित्य अकादमी पुस्कार से सम्मानित किया गया। 
  • माखनलाल चतुर्वेदी को 1963 मेें पद्म भूषण  से सम्मानित किया गया। 

'पुष्प की अभिलाषा' नामक प्रसिद्ध कविता किसने लिखी है ?

  1. रामनरेश त्रिपाठी
  2. माखनलाल चतुर्वेदी
  3. अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' 
  4. मैथिलीशरण गुप्त

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : माखनलाल चतुर्वेदी

कवि और रचना Question 11 Detailed Solution

Download Solution PDF

'पुष्प की अभिलाषा' नामक प्रसिद्ध कविता के रचयिता माखनलाल चतुर्वेदी हैं।

पुष्प की अभिलाषा

  •  चाह नहीं, मैं सुरबाला के
    गहनों में गूँथा जाऊँ,
    चाह नहीं प्रेमी-माला में बिंध
    प्यारी को ललचाऊँ,
    चाह नहीं सम्राटों के शव पर
    हे हरि डाला जाऊँ,
    चाह नहीं देवों के सिर पर
    चढूँ भाग्य पर इठलाऊँ,
    मुझे तोड़ लेना बनमाली,
    उस पथ पर देना तुम फेंक!
    मातृ-भूमि पर शीश- चढ़ाने,
    जिस पथ पर जावें वीर अनेक!

Key Points

  • माखनलाल चतुर्वेदी जी की विश्व प्रसिद्ध कविता पुष्प की अभिलाषा हर उस व्यक्ति के जुबान पर रहता है जो हिन्दी साहित्य में थोड़ी भी रूचि लेते हैं।
  • पुष्प की अभिलाषा कविता माखन लाल चतुर्वेदी जी की कलम यानी हिन्दी साहित्य के प्रति समर्पण की पराकाष्ठा है।

Additional Information

अन्य विकल्प : 

बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' 

 विप्लव गायन,असिधारा पथ,ओस बिंदु   सम ढरके,प्राप्तव्य,फागुन,भिक्षा,मधुमय स्वप्न रंगीले आदि। 

रामधारी सिंह 'दिनकर' 

कुरुक्षेत्र, उर्वशी, रेणुका, रश्मिरथी आदि। 

रामनरेश त्रिपाठी 

 'पथिक', 'मिलन' और 'स्वप्न' (खण्ड काव्य), 'मानसी' (स्फुट कविता संग्रह), 'कविता-कौमुदी', 'ग्राम्य गीत' (सम्पादित), 'गोस्वामी तुलसीदास और उनकी कविता' (आलोचना)।

 

 

 

 

 

 

 

 

Important Points

  • माखनलाल चतुर्वेदी को 1955 मेें उनकी कृति 'हिम तरंगिणी' के लिए साहित्य अकादमी पुस्कार से सम्मानित किया गया। 
  • माखनलाल चतुर्वेदी को 1963 मेें पद्म भूषण  से सम्मानित किया गया। 

'उर्वशी' पर लिखी गई किसकी समीक्षा से विवाद उत्पन्न हो गया था?

  1. नेमिचन्द्र जैन
  2. धर्मवीर भारती
  3. भारतभूषण अग्रवाल
  4. भगवतशरण उपाध्याय

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : भगवतशरण उपाध्याय

कवि और रचना Question 12 Detailed Solution

Download Solution PDF
  • सही उत्तर विकल्प 3 है।
  • 'उर्वशी' पर लिखी गई भगवत शरण उपाध्याय की समीक्षा से विवाद उत्पन्न हुआ था।

Key Points
  • उर्वशी के रचयिता - रामधारी सिंह दिनकर
  • प्रकाशन वर्ष - 1961
  • गीतिनाट्य
  • 'कल्पना ' पत्रिका के अप्रैल 1963 के अंक में भगवत शरण उपाध्याय का समीक्षात्मक लेख प्रस्तुत हुआ।

Important Points
  • 5 अंकों का नाट्य
  • उर्वशी और पुरुरवा का प्राचीन मिथकीय संदर्भ
  • दिनकर के अन्य काव्य संग्रह -
  1. रेणुका - 1935
  2. हुंकार 1939
  3. रसवंती - 1940
  4. कुरुक्षेत्र - 1946
  5. रस्ग्मिरथी - 1952
  6. परशुराम की प्रतीक्षा - 1963

 

Additional Information

  • 1972 में उर्वशी पर ज्ञानपीठ पुरुस्कार।
  • कई विद्वानों ने इसकी समीक्षा की क्योंकि काम और अश्लीलता जैसे आरोप इस कृति पर लगे।

राष्ट्रवादी कवि रामधारीसिंह 'दिनकर' को 'उर्वशी' के लिए 'ज्ञानपीठ-पुरस्कार' किस वर्ष प्रदान किया गया ?

  1. सन् 1971 ई. में
  2. सन् 1972 ई. में
  3. सन् 1973 ई. में
  4. सन् 1974 ई. में

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : सन् 1972 ई. में

कवि और रचना Question 13 Detailed Solution

Download Solution PDF

दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 2 '1972’ है। 

  • उर्वशी काव्य के लिए

Mistake Points

  • ध्यान रहें उर्वशी जयशंकर प्रसाद की भी रचना है।

Key Points

  • उर्वशी रामधारी सिंह 'दिनकर' द्वारा रचित काव्य नाटक है।
  • 1961 ई. में प्रकाशित इस काव्य में दिनकर ने उर्वशी और पुरुरवा के प्राचीन आख्यान को एक नये अर्थ से जोड़ना चाहा है।
  • अन्य रचनाओं से इतर उर्वशी राष्ट्रवाद और वीर रस प्रधान रचना है।
  • इसके लिए 1972 में उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • इस कृति में पुरुरवा और उर्वशी अलग-अलग तरह की प्यास लेकर आये हैं।
  • इनकी अन्य रचनाओं को यह पुरस्कार प्रदान नहीं किया गया था। 

Additional Information

  • ज्ञानपीठ पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ न्यास द्वारा भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।
  • भारत का कोई भी नागरिक जो आठवीं अनुसूची में बताई गई 22 भाषाओं में से किसी भाषा में लिखता हो इस पुरस्कार के योग्य है।
  • पुरस्कार में ग्यारह लाख रुपये की धनराशि, प्रशस्तिपत्र और वाग्देवी की कांस्य प्रतिमा दी जाती है।

निम्न में से कौन - सी रचना एवं उसके रचनाकार का युग्म सही नहीं है?

  1. कविता कौमुदी - रामनरेश त्रिपाठी
  2. हिमकिरीटिना - माखनलाल चतुर्वेदी
  3. हल्दीघाटी - श्यामनारायण पांडेय
  4. रसवंती - सियारामशरण गुप्त

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : रसवंती - सियारामशरण गुप्त

कवि और रचना Question 14 Detailed Solution

Download Solution PDF

"रसवंती, "सियाराम शरण गुप्त" की रचना नहीं है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से युग्म (4) रसवंती और सियारामशरण गुप्त सही नहीं है तथा अन्य विकल्प सही है।

Key Points
  • रसवंती रामधारी सिंह दिनकर की कविता है।
  • इसका रचना वर्ष 1939 ईस्वी है।
Important Points

रामधारी सिंह दिनकर की कविताएं

बारदोली-विजय संदेश (1928)

बापू (1947)

चक्रवाल (1956)

मृत्ति-तिलक (1964)

प्रणभंग (1929)

इतिहास के आँसू (1951)

कवि-श्री (1957)

दिनकर की सूक्तियाँ (1964)

रेणुका (1935)

धूप और धुआँ (1951)

सीपी और शंख (1957)

हारे को हरिनाम (1970)

हुंकार (1938)

मिर्च का मज़ा (1951)

नये सुभाषित (1957)

संचियता (1973)

रसवन्ती (1939)

रश्मिरथी (1952)

लोकप्रिय कवि दिनकर (1960)

दिनकर के गीत (1973)

द्वंद्वगीत (1940)

दिल्ली (1954)

उर्वशी (1961)

रश्मिलोक (1974)

कुरूक्षेत्र (1946)

नीम के पत्ते (1954)

परशुराम की प्रतीक्षा (1963)

उर्वशी तथा अन्य शृंगारिक कविताएँ (1974)

धूप-छाँह (1947)

नील कुसुम (1955)

आत्मा की आँखें (1964)

 

सामधेनी (1947)

सूरज का ब्याह (1955)

कोयला और कवित्व (1964)

Additional Information 
  • कविता कौमुदी हिन्दी के लोककवि रामनरेश त्रिपाठी की रचना है। यह उन 15 हजार से भी अधिक लोकगीतों का संग्रह है जिन्हें त्रिपाठी जी ने 1925 और 1930 के बीच अवध के गाँव-गाँव में घूम कर संग्रह किया था।
  • हिमकिरीटीना कविता का रचना वर्ष 1943 ईस्वी है।
  • हल्दीघाटी - हल्दीघाटी हिन्दी का वीररस का खण्डकाव्य है जो श्यामनारायण पाण्डेय की रचना है।

'हम विषपायी जनम के' इस काव्यकृति के रचनाकार हैः

  1. सुभद्रा कुमारी चौहान
  2. रामनरेश त्रिपाठी
  3. बालकृष्ण शर्मा नवीन
  4. गोपाल सिंह नेपाली

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : बालकृष्ण शर्मा नवीन

कवि और रचना Question 15 Detailed Solution

Download Solution PDF

हम विषपायी जनम के बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' कृत काव्य है। अन्य विकल्प असंगत है ।अतः सही उत्तर विकल्प 3 होगा ।

Key Points

  • शर्माजी के साहित्यिक जीवन की पहली रचना 'सन्तू' नामक एक कहानी थी। इसे उन्होंने छपने के लिए सरस्वती में भेजा था। इसके बाद वे कविता की तरफ मुड़े।
  • 'जीव ईश्वर वार्तालाप' शीर्षक की कविता से हिन्दी जगत इन्हें पहचानने लगा।
  • इनके महत्वपूर्ण काव्यग्रंथ हैं- कुमकुम, रश्मिरेखा, अपलक, क्वासि, उर्मिला, विनोबा स्तवन, प्राणार्पण तथा हम विषपायी जन्म के। पहली जेलयात्रा के दौरान उर्मिला की शुरूआत की।

Additional Information

रचनाकार

रचना

गोपाल सिंह नेपाली नवीन कल्पना करो 
सुभद्रा कुमारी चौहान  झाँसी की रानी कविता

रामधारी सिंह दिनकर

रेणुका

बालकृष्ण शर्मा 'नवीन'

हम विषपायी जनम के

माखनलाल चतुर्वेद्दी

हिमकिरीटिनी

रामनरेश त्रिपाठी

मिलन

Get Free Access Now
Hot Links: teen patti all game teen patti all app teen patti master old version