पुरस्कार और सम्मान MCQ Quiz - Objective Question with Answer for पुरस्कार और सम्मान - Download Free PDF
Last updated on Jun 13, 2025
Latest पुरस्कार और सम्मान MCQ Objective Questions
पुरस्कार और सम्मान Question 1:
पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार किस लेखक को प्रदान किया गया था?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 1 Detailed Solution
पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार जी. शंकर कुरूप को प्रदान किया गया था।
- भारतीय साहित्य के विस्तृत क्षेत्र में अद्भुत कार्य करने हेतु यह सम्मान भारतीय ज्ञानपीठ न्यास द्वारा लेखकों दिया जाता है।
- भारतीय ज्ञानपीठ के संस्थापक श्री साहू शांति प्रसाद जैन के पचासवें जन्म दिवस पर 22 मई 1961 से इस सम्मान की शुरुआत हुई।
- पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार से मलयालम लेखक जी. शंकर कुरूप को सम्मानित किया गया था।
- ‘ओटक्कुष़ल’ अर्थात ‘बाँसुरी’ के लिए इन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला।
Key Points
साहित्यकार | रचना | ज्ञानपीठ पुरस्कार सन् |
ताराशंकर बंदोपाध्याय | गणदेवता | 1966 |
के. वी. पुत्तपा | श्री रामायण दर्शनम् | 1968 |
उमाशंकर जोशी | निशीथ | 1968 |
Additional Informationगोविन्द शंकर कुरुप या जी. शंकर कुरूप मलयालम भाषा के प्रसिद्ध कवि -
जन्म | 5 जून, 1901 में केरल के नायत्तोट स्थान पर |
शिक्षा | ‘पंडित’ परीक्षा |
कार्य |
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रचनाएँ |
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सम्मान |
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निधन | 02 फरवरी, 1978 |
पुरस्कार और सम्मान Question 2:
हिन्दी में 2018 के युवा पुरस्कार के लिए आस्तिक वाजपेयी को किस विद्या के लिए नवाज़ा गया था?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 2 Detailed Solution
Key Points
- साहित्य अकादमी के युवा पुरस्कार के रूप में उत्कीर्ण ताम्रफलक और 50 हजार रूपये की राशि एक विशेष समारोह में प्रदान की जाती है।
-
ये पुरस्कार किसी लेखक, जिसकी उम्र पुरस्कार-वर्ष में 1 जनवरी को 35 वर्ष से कम हो, उसकी प्रकाशित पुस्तक पर दिए जाते हैं पुरस्कार विजेता को पुरस्कार-स्वरूप एक उत्कीर्ण ताम्र फलक तथा रु. 50000/- की राशि का चेक आने वाली किसी तिथि में एक विशेष कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा।
पुरस्कार और सम्मान Question 3:
निम्न में से किस रचनाकार को ज्ञानपीठ पुरस्कार नहीं मिला है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 3 Detailed Solution
सही विकल्प है- मैथिली शरण गुप्त।
Key Points
- मैथिली शरण गुप्त ज्ञानपीठ पुरस्कार नहीं मिला है।
- झांसी के चिरगांव में सेठ रामचरण गुप्त और काशीवाई के घर जन्मे मैथिलीशरण गुप्त हिंदी खड़ी बोली के महत्वपूर्ण कवि थे,
- जिनकी रचनाओं का स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
- उनके इसी योगदान को देखते हुए महात्मा गांधी ने उन्हें राष्ट्रकवि कहकर संबोधित किया था।
- देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा 1954 उन्हें पद्मभूषण सम्मान से सम्मनित किया गया।
- यशोधरा और साकेत मैथिलीशरण गुप्त ने दो नारी प्रधान काव्य की रचना की।
अन्य विकल्प-
- अज्ञेय- अज्ञेय को उनकी रचना ‘कितनी नावों में कितनी बार’ के लिए 1978 में ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया।
- कृष्णा सोबती- कृष्णा सोबती को वर्ष 2017 को ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया।
- कृष्णा सोबती को उनके उपन्यास ‘जिंदगीनामा’ के लिए वर्ष 1980 का साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला था।
- अमृता प्रीतम- अमृता प्रीतम को भारत का सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार “भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार” सन् 1982 में “कागज ते कैनवास” (कविता संकलन) के लिए दिया गया था।
- 1969 में इनको “पद्म श्री” से नवाजा गया और उसके बाद 2004 में इन्हें “पद्म विभूषण” भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान देकर सम्मानित किया गया।
Additional Information
- ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।
- भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1961 में की गयी थी।
- देश का कोई भी व्यक्ति जो भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में बताई गई 22 भाषाओं में से किसी भी भाषा में लिखता हो इस पुरस्कार के योग्य है।
पुरस्कार और सम्मान Question 4:
निम्न में से किस रचनाकार को ज्ञानपीठ पुरस्कार नहीं मिला है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 4 Detailed Solution
सही विकल्प है- मैथिली शरण गुप्त।
Key Points
- मैथिली शरण गुप्त ज्ञानपीठ पुरस्कार नहीं मिला है।
- झांसी के चिरगांव में सेठ रामचरण गुप्त और काशीवाई के घर जन्मे मैथिलीशरण गुप्त हिंदी खड़ी बोली के महत्वपूर्ण कवि थे,
- जिनकी रचनाओं का स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
- उनके इसी योगदान को देखते हुए महात्मा गांधी ने उन्हें राष्ट्रकवि कहकर संबोधित किया था।
- देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा 1954 उन्हें पद्मभूषण सम्मान से सम्मनित किया गया।
- यशोधरा और साकेत मैथिलीशरण गुप्त ने दो नारी प्रधान काव्य की रचना की।
अन्य विकल्प-
- अज्ञेय- अज्ञेय को उनकी रचना ‘कितनी नावों में कितनी बार’ के लिए 1978 में ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया।
- कृष्णा सोबती- कृष्णा सोबती को वर्ष 2017 को ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया।
- कृष्णा सोबती को उनके उपन्यास ‘जिंदगीनामा’ के लिए वर्ष 1980 का साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला था।
- अमृता प्रीतम- अमृता प्रीतम को भारत का सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार “भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार” सन् 1982 में “कागज ते कैनवास” (कविता संकलन) के लिए दिया गया था।
- 1969 में इनको “पद्म श्री” से नवाजा गया और उसके बाद 2004 में इन्हें “पद्म विभूषण” भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान देकर सम्मानित किया गया।
Additional Information
- ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।
- भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1961 में की गयी थी।
- देश का कोई भी व्यक्ति जो भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में बताई गई 22 भाषाओं में से किसी भी भाषा में लिखता हो इस पुरस्कार के योग्य है।
पुरस्कार और सम्मान Question 5:
कौन-सा पुरस्कार हिंदी साहित्य में नहीं दिया जाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 5 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 3 ‘शांति स्वरूप भटनागर’ होगा। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।
Key Points
- ‘शांति स्वरूप भटनागर’ पुरस्कार विज्ञान के क्षेत्र में दिया जाता है।
- शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार को विज्ञान के क्षेत्र में देश का सर्वोच्च पुरस्कार माना जाता है।
- वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार चिकित्सा विज्ञान, रसायन विज्ञान, पृथ्वी, वायुमंडल, महासागर एवं ग्रहीय विज्ञान, इंजीनियरिंग, बायोलॉजिकल साइंसेज, भौतिक विज्ञान और गणित के क्षेत्र में उत्कृष्ट शोध कार्य के लिए दिया जाता है।
Additional Informationहिंदी साहित्य में दिए जाने वाले सम्मान-
- ज्ञानपीठ पुरस्कार
- साहित्य अकादमी पुरस्कार
- व्यास सम्मान
- भारत-भारती सम्मान
- मूर्ति-देवी पुरस्कार
- श्लाका सम्मान
Top पुरस्कार और सम्मान MCQ Objective Questions
पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार किस लेखक को प्रदान किया गया था?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFपहला ज्ञानपीठ पुरस्कार जी. शंकर कुरूप को प्रदान किया गया था।
- भारतीय साहित्य के विस्तृत क्षेत्र में अद्भुत कार्य करने हेतु यह सम्मान भारतीय ज्ञानपीठ न्यास द्वारा लेखकों दिया जाता है।
- भारतीय ज्ञानपीठ के संस्थापक श्री साहू शांति प्रसाद जैन के पचासवें जन्म दिवस पर 22 मई 1961 से इस सम्मान की शुरुआत हुई।
- पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार से मलयालम लेखक जी. शंकर कुरूप को सम्मानित किया गया था।
- ‘ओटक्कुष़ल’ अर्थात ‘बाँसुरी’ के लिए इन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला।
Key Points
साहित्यकार | रचना | ज्ञानपीठ पुरस्कार सन् |
ताराशंकर बंदोपाध्याय | गणदेवता | 1966 |
के. वी. पुत्तपा | श्री रामायण दर्शनम् | 1968 |
उमाशंकर जोशी | निशीथ | 1968 |
Additional Informationगोविन्द शंकर कुरुप या जी. शंकर कुरूप मलयालम भाषा के प्रसिद्ध कवि -
जन्म | 5 जून, 1901 में केरल के नायत्तोट स्थान पर |
शिक्षा | ‘पंडित’ परीक्षा |
कार्य |
|
रचनाएँ |
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सम्मान |
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निधन | 02 फरवरी, 1978 |
हिन्दी साहित्य अकादमी से पुरस्कृत रचना 'कल सुनना मुझे' किसकी कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFउपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 1 ‘धूमिल’ इसका सही उत्तर है। अन्य विकल्प इसके सही उत्तर नहीं हैं।
Key Points
- हिन्दी साहित्य अकादमी से पुरस्कृत रचना 'कल सुनना मुझे' धूमिल की कृति है।
- अपनी लेखनी के चलते उन्हें 'धूमिल' उपनाम मिला।
धूमिल के 'कल सुनना मुझे' कृति के अलावा दो कृति और चर्चित हैं-
- संसद से सड़क तक
- सुदामा पांडे का प्रजातंत्र
Additional Information
महापुरुष |
कृति |
श्री लाल शुक्ल |
सूनी घाटी का सूरज, अज्ञातवास |
भीष्म साहनी |
चीफ की दावत |
यशपाल |
न्याय का संघर्ष |
रामधारी सिंह दिनकर को किस कृति के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला ?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFरामधारी सिंह दिनकर को संस्कृति के चार अध्याय कृति पर साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला | अन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प 3 संस्कृति के चार अध्याय सही उत्तर होगा।
Key Points
- संस्कृति के चार अध्याय हिन्दी के विख्यात साहित्यकार रामधारी सिंह दिनकर द्वारा रचित एक भारतीय संस्कृति का सर्वेक्षण है
- जिसके लिये उन्हें सन् 1959 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया|
Additional Information
- रामधारी सिंह 'दिनकर' ' (23 सितम्बर 1908 - 24 अप्रैल 1974) हिन्दी के एक प्रमुख लेखक, कवि व निबन्धकार थे।
- वे आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में प्रतिष्ठित हैं।
- 'दिनकर' स्वतंत्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में जाने गये और स्वतंत्रता के बाद 'राष्ट्रकवि' के नाम से जाने गये।
- वे छायावादोत्तर कवियों की पहली पीढ़ी के कवि थे।
- एक ओर उनकी कविताओ में ओज, विद्रोह, आक्रोश और क्रान्ति की पुकार है तो दूसरी ओर कोमल श्रृंगारिक भावनाओं की अभिव्यक्ति है।
- इन्हीं दो प्रवृत्तियों का चरम उत्कर्ष हमें उनकी कुरुक्षेत्र और उर्वशी नामक कृतियों में मिलता है।
रवीन्द्रनाथ ठाकुर को किस पुस्तक के लिए नोबेल पुरस्कार मिला?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFरवीन्द्रनाथ ठाकुर को गीतांजलि पुस्तक के लिए नोबेल पुरस्कार मिला।
Key Pointsरवीन्द्रनाथ ठाकुर-
- जन्म- 1861-1941 ई.
- एक बांग्ला कवि, कहानीकार, गीतकार, संगीतकार, नाटककार, निबंधकार और चित्रकार थे।
- भारतीय संस्कृति के सर्वश्रेष्ठ रूप से पश्चिमी देशों का परिचय और पश्चिमी देशों की संस्कृति से भारत का परिचय कराने में टैगोर की बड़ी भूमिका रही तथा आमतौर पर उन्हें आधुनिक भारत का असाधारण सृजनशील कलाकार माना जाता है।
- मुख्य रचनाएं-
- राष्ट्र-गान जन गण मन और बांग्लादेश का राष्ट्र-गान 'आमार सोनार बांग्ला'
- 'गीतांजलि'
- पोस्टमास्टर
- मास्टर साहब
- गोरा
- घरे-बाइरे आदि।
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFमाखनलाल चतुर्वेदी को किस रचना के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया था?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर 'हिमतरंगिनी' है।
- दिए गए विकल्पों में से 'हिमतरंगिनी' सही उत्तर है।
- 1954 में साहित्य अकादमी पुरस्कारों की स्थापना होने पर हिन्दी साहित्य के लिए प्रथम साहित्य अकादमी पुरस्कार माखन लाल चतुर्वेद की रचना ‘हिमतरंगिनी (1955)’ के लिए प्रदान किया गया।
Additional Information
- माखनलाल चतुर्वेदी भारत के ख्याति प्राप्त कवि, लेखक और पत्रकारों में से एक थे।
- उनकी रचनाएं काफी लोकप्रिय थी।
- ‘कर्मवीर’ जैसे प्रतिष्ठित पत्रों के संपादक के रूप में ब्रिटिश शासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन और प्रचार किया युवाओं से प्रार्थना की कि वे गुलामी की जंजीरें तोड़कर बाहर आए।
- माखनलाल चतुर्वेदी एक स्वत्नत्रता सेनानी और एक सच्चे देश प्रेमी भी थे। उन्होंने असहयोग आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका देकर जेल भी गए
साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त निराला की साहित्य साधना किसकी कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFदिये गए विकल्पों में से विकल्प 1 ‘रामविलास शर्मा‘ सही उत्तर है। अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं।
स्पष्टीकरण:
निराला की साहित्य साधना हिन्दी के विख्यात साहित्यकार रामविलास शर्मा द्वारा रचित एक जीवनी है जिसके लिये उन्हें सन् 1970 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
Additional Information
विशेष:
साहित्य अकादमी पुरस्कार- भारत में एक साहित्यिक सम्मान है, जो साहित्य अकादमी प्रतिवर्ष भारत की अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है। भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भारतीय भाषाओं के अलावा ये राजस्थानी और अंग्रेज़ी भाषा; यानी कुल 24 भाषाओं में प्रदान किया जाता हैं। पहली बार ये पुरस्कार सन् 1955 में दिए गए। |
कवि कुंवर नारायण को ज्ञानपीठ पुरस्कार कब मिला?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFकवि कुंवर नारायण को ज्ञानपीठ पुरस्कार '2005' में मिला।
Key Points
- ज्ञानपीठ पुरस्कार पहले एक रचना के आधार पर दिया जाता था परंतु सं 1984 ई. के उपरांत हिंदी जगत में साहित्यकार को उसके सम्पूर्ण साहित्य के लिए दिया जाने लगा।
- कुँवर नारायण 'तीसरा सप्तक'(1959) के महत्वपूर्ण कवि है।
Important Points
- काव्य संग्रह:चक्रव्यूह(1956)★,परिवेश:हम तुम(1961)★,आमने सामने(1979),कोई दूसरा नहीं(1993),इन दिनों(2002)।
- प्रबन्ध काव्य:आत्मजयी(1965)★,वाजश्रवा के बहाने(2008)।
- कहानी संग्रह:आकारों के आसपास(1973)।
Additional Information
- कुछ महत्वपूर्ण सम्मानित साहित्यकार-
साहित्यकार | रचना | वर्ष |
सुमित्रानंदन पंत | चिदंबरा | 1968 |
रामधारी सिंह 'दिनकर' | उर्वशी | 1972 |
अज्ञेय | कितनी नावों में कितनी बार | 1978 |
महादेवी वर्मा | यामा | 1982 |
अमरकांत व श्रीलाल शुक्ल | संपूर्ण साहित्य | 2009 |
पंत को उनकी किस कृति पर भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFपंत को उनकी चिदम्बरा कृति पर भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला। अत: सही उत्तर चिदम्बरा है।
Key Points
- चिदंबरा’ वह कविता संग्रह है जिसके लिए सुमित्रानंदन पंत को ज्ञानपीठ से सम्मानित किया गया।
- यह संग्रह उनकी काव्य-चेतना के द्वितीय उत्थान की परिचायिका है, उसमें ‘युगवाणी’ से लेकर ‘अतिमा’ तक की रचनाओं का संचयन है, जिसमें ‘युगवाणी, ‘ग्राम्या’, ‘स्वर्ण-किरण’, ‘स्वर्णधूलि’, ‘युगपथ’, ‘युगांतर’, ‘उत्तरा’, ‘रजतशिखर’, ‘शिल्पी’, ‘सौवर्ण और‘अतिमा’ की चुनी हुई कृतियों के साथ ‘वाणी’ की अंतिम रचना ‘आत्मिका’ भी सम्मिलित है।
- ‘पल्लव’ में, सन् 18 से लेकर’ 36 तक, उनके उन्नीस वर्षों को संजोया गया हैं और ‘चिदंबरा’ में, सन्’ 37 से’ 57 तक, प्रायः बीस वर्षों की विकास श्रेणी का विस्तार हैं।
- भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार - ज्ञानपीठ पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ न्यास द्वारा भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है। भारत का कोई भी नागरिक जो आठवीं अनुसूची में बताई गई 22 भाषाओं में से किसी भाषा में लिखता हो इस पुरस्कार के योग्य है। पुरस्कार में ग्यारह लाख रुपये की धनराशि, प्रशस्तिपत्र और वाग्देवी की कांस्य प्रतिमा दी जाती है।
Additional Information
सुमित्रानंदन पंत का परिचय-
- सुमित्रानंदन पंत हिंदी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं।
- इस युग को जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' और रामकुमार वर्मा जैसे कवियों का युग कहा जाता है।
- उनका जन्म कौसानी बागेश्वर में हुआ था। झरना, बर्फ, पुष्प, लता, भ्रमर-गुंजन, उषा-किरण, शीतल पवन, तारों की चुनरी ओढ़े गगन से उतरती संध्या ये सब तो सहज रूप से काव्य का उपादान बने।
- निसर्ग के उपादानों का प्रतीक वबिम्ब के रूप में प्रयोग उनके काव्य की विशेषता रही।
निम्नलिखित में से कौन पद्मभूषण प्राप्त कथाकार है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFविकल्प ‘महादेवी वर्मा‘ सही उत्तर है।
Key Points
महादेवी वर्मा- हिन्दी की सर्वाधिक प्रतिभावान कवयित्रियों में से थीं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक मानी जाती हैं। आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है। 1956 में भारत सरकार ने उनकी साहित्यिक सेवा के लिये ‘पद्म भूषण’ की उपाधि दी।
Additional Information
पद्मश्री- भारत सरकार द्वारा आम तौर पर सिर्फ भारतीय नागरिकों को दिया जाने वाला सम्मान है जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि, कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा और सार्वजनिक जीवन आदि में उनके विशिष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए दिया जाता है। |