आधुनिक काल अन्य तथ्य MCQ Quiz - Objective Question with Answer for आधुनिक काल अन्य तथ्य - Download Free PDF

Last updated on Jul 1, 2025

Latest आधुनिक काल अन्य तथ्य MCQ Objective Questions

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 1:

निम्नलिखित रचनाओं को उनके रचनाकारों के साथ सुमेलित कीजिए :

(i)

रानी केतकी की कहानी

1.

सदल मिश्र

(ii)

प्रेम सागर

2.

इंशा अल्ला खाँ

(iii)

नासिकेतोपाख्यान

3.

भारतेन्दु हरिश्चन्द्र

(iv)

विषस्य विषमौषधम्

4.

लल्लूलाल

  1. (i) - 2, (ii) - 4, (iii) - 1, (iv) - 3
  2. (i) - 3, (ii) - 2, (iii) - 1, (iv) - 4
  3. (i) - 1, (ii) - 3, (iii) - 2, (iv) - 4 
  4. (i) - 4, (ii) - 1, (iii) - 3, (iv) - 2

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : (i) - 2, (ii) - 4, (iii) - 1, (iv) - 3

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 1 Detailed Solution

सही उत्तर है- (i) - 2, (ii) - 4, (iii) - 1, (iv) - 3

Key Pointsसही सुमेलन है-

(i)

रानी केतकी की कहानी

2.

इंशा अल्ला खाँ 

(ii)

प्रेम सागर

4.

लल्लूलाल

(iii)

नासिकेतोपाख्यान

1.

सदल मिश्र 

(iv)

विषस्य विषमौषधम् 

3.

भारतेन्दु हरिश्चन्द्र

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 2:

निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए और नीचे दिए गए विकल्पाें में से सही उत्तर चुनिए :

रचनाकार

जन्म स्थान

(i)

चन्द्रकांत देवताले

1.

श्योपुर (ग्वालियर)

(ii)

गजानन माधव 'मुक्तिबोध'

2.

बैतूल जिले (जौल खेड़ा)

(iii)

हरिशंकर परसाई

3.

मंदसौर

(iv)

मन्नू भंडारी

4.

होशंगाबाद

  1. (i) - 1, (ii) - 3, (iii) - 2, (iv) - 4
  2. (i) - 2, (ii) - 1, (iii) - 4, (iv) - 3
  3. (i) - 1, (ii) - 2, (iii) - 3, (iv) - 4
  4. (i) - 4, (ii) - 3, (iii) - 2, (iv) - 1

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : (i) - 2, (ii) - 1, (iii) - 4, (iv) - 3

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 2 Detailed Solution

सही उत्तर है- (i) - 2, (ii) - 1, (iii) - 4, (iv) - 3

Key Pointsसही सुमेलन है-

रचनाकार

जन्म स्थान

(i)

चन्द्रकांत देवताले

2.

बैतूल जिले (जौ खेड़ा) 

(ii)

गजानन माधव 'मुक्तिबोध'

1.

श्योपुर (ग्वालियर)

(iii)

हरिशंकर परसाई

4.

होशंगाबाद 

(iv)

मन्नू भंडारी

3.

मंदसौर

 

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 3:

'जीप पर सवार इल्लियाँ' व्यंग्य की विषय-वस्तु है :

  1. बुद्धिजीवियों की का
  2. साहित्य के प्रति छल-छद्म
  3. आपातकाल का विरोध
  4. सरकारी तन्त्र और सुविधा का दुरुपयोग

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : सरकारी तन्त्र और सुविधा का दुरुपयोग

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 3 Detailed Solution

'जीप पर सवार इल्लियाँ' व्यंग्य की विषय-वस्तु है - सरकारी तन्त्र और सुविधा का दुरुपयोग

Key Pointsजीप पर सवार इल्लियाँ-

  • रचनाकार- शरद जोशी 
  • विधा- व्यंग्य
  • विषय -
    • जिसमें सरकारी कर्मचारियों की कार्यशैली और जनता के प्रति उनके रवैये पर तीखा कटाक्ष किया गया है।
    • लेखक ने सरकारी अधिकारियों को 'इल्लियाँ' कहा है, जो चने की फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़ों की तरह हैं, और उनकी स्वार्थपूर्ति के लिए व्यवस्था का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। 

Important Pointsशरद जोशी-

  • जन्म- 21 मई 1931
  • जन्मस्थान- उज्जैन
  • मृत्यु- 1991
  • ख्याति - हिन्दी व्यंग्य को प्रतिष्ठा दिलवाने में महत्वपूर्ण योगदान। 
  • प्रमुख रचनायें:-
  • व्यंग्य:
    • परिक्रमा
    • किसी बहाने 
    • जीप पर सवार इल्लियां 
    • तिलस्म
    • रहा किनारे बैठ
    • दूसरी सतह
    • प्रतिदिन। 
  • उपन्यास:- मैं, मैं केवल मैं, उर्फ़ कमलमुख बी ए। 
  • व्यंग्य नाटक:- अंधों का हाथी, एक था गधा।

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 4:

मध्य प्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी की स्थापना कब की गई थी ?

  1. 1969 ई.
  2. 1966 ई.
  3. 1970 ई.
  4. 1968 ई.

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : 1969 ई.

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 4 Detailed Solution

मध्य प्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी की स्थापना की गई थी- 1969 ई.

Key Pointsमध्य प्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी-

  • मध्य प्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी भोपाल में जुलाई 1969 से हिन्दी ग्रंथ अकादमी स्थापित है।
  • संस्था का दायित्व केन्द्र प्रवर्तित योजना के अंतर्गत विश्वविद्यालय स्तर की 25 विषयों की पाठयपुस्तकों के साहित्य को हिन्दी में प्रकाशित कर उपलब्ध कराना है।
  • अकादमी द्वारा अब तक विभिन्न विषयों की सैकड़ों पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है।
  • मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी का अपना स्वयं का प्रशासनिक भवन है।
  • मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी द्वारा छात्र-छात्राओं के लिये 'न लाभ न हानि' के सिद्धांत पर पुस्तकें सुलभ करायी जाती हैं।
  • अकादमी विभिन्न 35 विषयों में 1000 से अधिक ग्रन्थों का प्रकाशन कर चुकी है।
  • इनमें सभी संकायो की पुस्तकें शामिल हैं। दुर्लभ पाठ्य सामग्री के अनुवाद भी प्रकाशित किये जाते हैं।
  • राष्ट्रीय स्तर पर अकादमी के अनेक आलेख एवं ग्रन्थों को प्रकाशित किया जाता है।

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 5:

‘आदिवासी लोककला अकादमी' का स्थापना वर्ष है :

  1. 1975 ई.
  2. 1980 ई.
  3. 1985 ई.
  4. 1990 ई.

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : 1980 ई.

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 5 Detailed Solution

‘आदिवासी लोककला अकादमी' का स्थापना वर्ष है- 1980 

Key Points

  • आदिवासी लोककला अकादमी की स्थापना 1980 में हुई थी। 
  • संस्कृति संचालनालय, भोपाल ने बताया है। 
  • यह मध्य प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित एक सांस्कृतिक संस्था है जिसका उद्देश्य आदिवासी कलाओं को प्रोत्साहित करना, संरक्षित करना और विकसित करना है

Top आधुनिक काल अन्य तथ्य MCQ Objective Questions

रचना और रचनाकार की दृष्टि से इनमें से कौन सा विकल्प सुमेलित नहीं है ?

  1. हृदय की परख – चतुरसेन शास्त्री
  2. मेरी तिब्बत यात्रा - राहुल सांकृत्यायन
  3. साक्षी है सौंदर्य प्राश्निक - नेमिचन्द्र जैन
  4. छितवन की छाँव - विद्यानिवास मिश्र

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : साक्षी है सौंदर्य प्राश्निक - नेमिचन्द्र जैन

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 6 Detailed Solution

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विकल्प साक्षी है सौन्दर्य प्राश्निक - नेमिचन्द्र जैन विकल्प सही नहीं है।

साक्षी है सौन्दर्य प्राश्निक

लेखक :- रमेश कुंतल मेघ

वर्ष :- 1980

Key Points

रमेश कुंतल मेघ की प्रमुख रचनाएं-

  • तुलसी: आधुनिक वातायन से (1967)
  • आधुनिकता बोध और आधुनिकीकरण (1969)
  • क्योंकि समय एक शब्द है (1975)
  • अथातो सौन्दर्य जिज्ञासा (1977)
  • साक्षी है सौन्दर्य प्राश्निक (1980)
  • मन खंजन किनके? (1985)

नेमिचन्द्र जैन

  • 1944 में तार सप्तक में प्रकाशित रचना।
  • अन्य प्रमुख आलोचनात्मक रचनाएँ-
    • अधूरे साक्षात्कार, रंगदर्शन, जनान्तिक, बदलते परिप्रेक्ष्य
    • रंग-परंपरा,दृश्य-अदृश्य, भारतीय नाट्य-परंपरा।
Additional Information

आचार्य चतुरसेन शास्त्री के प्रमुख गद्यकाव्य-

  • हृदय की परख, अन्तस्तल, अनुताप, रूप, दुःख, मां गंगी
  • अनूपशहर के घाट पर, चित्तौड़ के किले में, स्वदेश।

राहुल सांकृत्यायन के प्रमुख यात्रा साहित्य-

  • लंका, जापान,  इरान, किन्नर देश की ओर
  • मेरी लद्दाख यात्रा, मेरी तिब्बत यात्रा, तिब्बत में सवा वर्ष
  • रूस में पच्चीस मास, विश्व की रूपरेखा, ल्हासा की ओर।

विद्या निवास मिश्र के प्रमुख ललित निबंध-

  • तुम चंदन हम पानी,(1957), वसंत आ गया पर कोई उत्कंठा नहीं, (1972)
  • छितवन की छाँह (1976),आंगन का पंछी और बनजार मन, कदम की फूली डाल

विधा और रचना की दृष्टि से इनमें से कौन सा विकल्प सुमेलित नहीं है ?

  1. नाटक – राक्षस का मंदिर (लक्ष्मीनारायण मिश्र)
  2. काव्य - चित्रलेखा (भगवती चरण वर्मा)
  3. काव्य - हल्दीघाटी (श्यामनारायण पाण्डेय)
  4. कहानी - खोई हुई दिशाएँ (कमलेश्वर)

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : काव्य - चित्रलेखा (भगवती चरण वर्मा)

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 7 Detailed Solution

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विकल्प काव्य - चित्रलेखा (भगवती चरण वर्मा) ग़लत है।

  • चित्रलेखा काव्य नहीं है।
  • चित्रलेखा भगवतीचरण वर्मा का उपन्यास है।
  • प्रकाशन वर्ष :- 1934
  • कथावस्तु :- चित्रलेखा की कथा पाप और पुण्य की समस्या पर आधारित है।
Important Points

भगवती चरण वर्मा के प्रमुख उपन्यास-

  • पतन (1928)
  • चित्रलेखा (1934)
  • टेढ़े-मेढ़े रास्ते (1946)
    • इसमें मार्क्सवाद की आलोचना की गई थी।
  • अपने खिलौने (1957)
  • भूले-बिसरे चित्र (1959)
  • सामर्थ्य और सीमा (1962)
  • थके पाँव,(1964)
  • सबहिं नचावत राम गोसाईं, (1970)
  • प्रश्न और मरीचिका, (1973)
Additional Information

लक्ष्मीनारायण मिश्र के प्रमुख नाटक-

  • अशोक (1916), संन्यासी (1930), राक्षस का मन्दिर (1931), आधी रात (1936)
  • गरुड़ध्वज (1945), नारद की वीणा (1946), वितस्ता की लहरें (1953), चक्रव्युह (1955)

श्याम नारायण पांडे के काव्य-

  • हल्दीघाटी,जौहर, तुमुल, रूपान्तर
  • आरती, जय-पराजय, गोरा-वध, जय हनुमान
  • शिवाजी (महाकाव्य)।

कमलेश्वर की प्रसिद्ध कहानियाँ हैं -

  • राजा निरबंसिया, मांस का दरिया, नीली झील,तलाश
  • बयान,नागमणि,अपना एकांत,  आसक्ति, ज़िंदा मुर्दे
  • जॉर्ज पंचम की नाक,मुर्दों की दुनिया,कस्बे का आदमी, स्मारक।

जन्म-काल के अनुसार निम्नलिखित रचनाकारों का सही अनुक्रम है : 

  1. श्रीधर पाठक, अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध, जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत      
  2. श्रीधर पाठक, जयशंकर प्रसाद, अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध, सुमित्रानंदन पंत 
  3. अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध, श्रीधर पाठक, सुमित्रानंदन पंत, जयशंकर प्रसाद
  4. अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध, श्रीधर पाठक, जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : श्रीधर पाठक, अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध, जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत      

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 8 Detailed Solution

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जन्म काल के अनुसार "श्रीधर पाठक, अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध, जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।

Key Points

  • श्रीधर पाठक :- 11 जनवरी 1858 - 13 सितंबर 1928
  • अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध':- 15 अप्रैल, 1865-16 मार्च, 1947
  • जयशंकर प्रसाद :- 30 जनवरी 1890 - 15 नवंबर 1937
  • सुमित्रानंदन पंत :- 20 मई 1900 - 28 दिसम्बर 1977
Additional Information
  • जयशंकर प्रसाद के काव्य-
    • प्रेम-पथिक - (1909) , करुणालय (काव्य नाटक) - 1913 ई, महाराणा का महत्त्व - 1924 ई, चित्राधार - 1918 ई॰ ,कानन कुसुम - 1918 ई , झरना - 1918 ई , आँसू - 1925 ई , लहर - 1933 ई ,कामायनी - 1936 ई
  • सुमित्रानंदन पंत
    • सुमित्रानंदन पंत प्रकृति के सुकुमार कवि कहे जाते हैं। 
    • पंत जी कोमल कल्पना के लिए प्रसिद्ध रहे हैं। 
    • पंत जी ने अपने जीवन के 1945-1959 काल को 'नव मानवता का स्वप्न काल' कहा है।
    • सुमित्रानंदन पंत की कुछ काव्य कृतियाँ हैं - ग्रन्थि, गुंजन, ग्राम्या, युगांत, स्वर्णकिरण, स्वर्णधूलि, कला और बूढ़ा चाँद, लोकायतन, चिदंबरा, सत्यकाम आदि।
  • अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' 
    • प्रिय प्रवास (1914 ई) ,कवि सम्राट,वैदेही वनवास (1940 ई) , पारिजात (1937 ई) , रस-कलश (1940 ई) , चुभते चौपदे (1932 ई), चौखे चौपदे (1924 ई )
  • श्रीधर पाठक 
    • मनोविनोद (भाग-1,2,3), धन विनय (1900), गुनवंत हेमंत (1900), वनाष्टक (1912), देहरादून (1915), गोखले गुनाष्टक (1915)

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 9:

निम्नलिखित रचनाकारों को उनकी रचनाओं के साथ सुमेलित कीजिए:

सूची I सूची II
(a) मैथिलीशरण गुप्त (1) वभ्रुवाहन
(b) जयशंकर प्रसाद (2) सिद्धराज
(c) अज्ञेय (3) कनुप्रिया
(d) धर्मवीर भारती (4) चिंता
    (5) संशयात्मा

इनमें से सही विकल्प चुनकर लिखिए:

  1. (a) - (1), (b) - (2), (c) - (3), (d) - (4)
  2. (a) - (4), (b) - (2), (c) - (3), (d) - (5)
  3. (a) - (5), (b) - (4), (c) - (1), (d) - (2)
  4. (a) - (2), (b) - (1), (c) - (4), (d) - (3)

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : (a) - (2), (b) - (1), (c) - (4), (d) - (3)

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 9 Detailed Solution

रचनाकारों का उनकी रचनाओं के साथ सही सुमेलन हैं-

रचनाकार  रचना 
मैथिलीशरण गुप्त सिद्धराज
जयशंकर प्रसाद वभ्रुवाहन
अज्ञेय चिंता
धर्मवीर भारती कनुप्रिया

Key Pointsरचनाओं का प्रकाशन वर्ष-

रचना  प्रकाशन वर्ष 
सिद्धराज  1936 ई. 
वभ्रुवाहन 1911 ई. 
चिंता 1942 ई. 
कनुप्रिया 1959 ई. 

Important Pointsमैथिलीशरण गुप्त-

  • जन्म-1886-1964 ई. 
  • द्विवेदी युगीन मुख्य रचनाकार है। 
  • रचनाएँ-
    • रंग में भंग(1909 ई.)
    • पंचवटी(1925 ई.)
    • साकेत(1931 ई.)
    • यशोधरा(1932 ई.)
    • द्वापर(1936 ई.)
    • जयभारत(1952 ई.) आदि। 

जयशंकर प्रसाद-

  • जन्म-1889-1937 ई. 
  • छायावादी प्रमुख कवि है। 
  • रचनाएँ-
    • उर्वशी(1909 ई.)
    • वन मिलन(1909 ई.)
    • प्रेमराज्य(1909 ई.)
    • कानन कुसुम(1913 ई.) आदि। 

अज्ञेय-

  • जन्म-1911-1987 ई. 
  • तार सप्तक के जन्मदाता है। 
  • रचनाएँ-
    • भग्नदूत(1933 ई.)
    • हरी घास पर क्षण भर(1949 ई.)
    • बावरा अहेरी(1954 ई.)
    • इंद्रधनुष रौंदे हुए ये(1957 ई.)
    • अरी ओ करुणा प्रभामय(1959 ई.) आदि। 

धर्मवीर भारती-

  • जन्म-1926-1997 ई.
  • दूसरा सप्तक के प्रमुख कवि है। 
  • रचनाएँ-
    • ठंडा लोहा(1952 ई.)
    • सात गीत वर्ष(1959 ई.)
    • देशान्तर(1960 ई.) आदि। 

ज्ञानेन्द्रपति-

  • जन्म-1950 ई. 
  • समकालीन रचनाकार है। 
  • रचनाएँ-
    • आँख हाथ बनते हुए(1970 ई.)
    • शब्द लिखने के लिए ही यह कागज बना है(1980 ई.)
    • गंगातट(2000 ई.) आदि। 

Additional Informationसंशयात्मा-

  • रचनाकार-ज्ञानेन्द्रपति 
  • विधा-काव्य 
  • प्रकाशन वर्ष-2004 ई. 

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 10:

'प्रबंध काव्य' के भेद हैं:

  1. महाकाव्य - मुक्तक काव्य
  2. गद्यकाव्य - पद्यकाव्य
  3. प्रगीत काव्य - आख्यानक गीति
  4. महाकाव्य - खंडकाव्य

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : महाकाव्य - खंडकाव्य

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 10 Detailed Solution

सही उत्तर है - “महाकाव्य - खंडकाव्य”।

  • महाकाव्य - खंडकाव्य ‘प्रबंध काव्य’ के भेद हैं।

Key Pointsप्रबंध काव्य:-

  • इसमें कोई प्रमुख कथा काव्य के आदि से अंत तक क्रमबद्ध रूप में चलती है। कथा का क्रम बीच में कहीं नहीं टूटता और
    गौण कथाएँ बीच-बीच में सहायक बन कर आती हैं। जैसे रामचरित मानस।

प्रबंध काव्य के दो भेद होते हैं -

  • महाकाव्य :
    • इसमें किसी ऐतिहासिक या पौराणिक महापुरुष की संपूर्ण जीवन कथा का आद्योपांत वर्णन होता है।
  • खंडकाव्य :
    • इसमें किसी की संपूर्ण जीवनकथा का वर्णन न होकर केवल जीवन के किसी एक ही भाग का वर्णन होता है।​

Additional Informationमुक्तक :

  • मुक्तक, काव्य या कविता का वह प्रकार है जिसमें प्रबन्धकीयता न हो।
    इसमें एक छन्द में कथित बात का दूसरे छन्द में कही गयी बात से कोई सम्बन्ध या तारतम्य होना आवश्यक नहीं है।
    ​कबीर एवं रहीम के दोहे; मीराबाई के पद्य आदि सब मुक्तक रचनाएं हैं।

पद्य काव्य :

  • इसमें किसी कथा का वर्णन काव्य में किया जाता है, जैसे गीतांजलि।

गद्य काव्य :

  • इसमें किसी कथा का वर्णन गद्य में किया जाता है, जैसे जयशंकर की कमायनी गद्य में काव्य रचना करने के लिए कवि को छंद शास्त्र के नियमों से स्वच्छंदता प्राप्त होती है।

आख्यानक गीतियाँ : 

  • खण्ड काव्य और महाकाव्य से बहुत ही अलग कविता युक्त कहानी को आख्यानक गीति कहते हैं इसमें पराक्रम, वीरता,
    बलिदान, साहस, श्रंगार और करुणा आदि को कविता के द्वारा समाहित कर कथा बनाई  जाती है।

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 11:

'कविता के बहाने' कविता के रचनाकार हैं-

  1. कुँवर सिंह
  2. कुँवर प्रसाद
  3. कुँवर प्रकाश
  4. कुँवर नारायण

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : कुँवर नारायण

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 11 Detailed Solution

'कविता के बहाने' कविता के रचनाकार कुँवर नारायण है। 

  • कविता के बहाने' मे कवि ने अपनी कविता को बच्चे, चिड़िया तथा फूल की तरह बताया है।  

Key Points'कविता के बहाने'-

  • रचनाकार-कुँवर नारायण
  • विधा-काव्य 
  • विषय-
    • कविता के बहाने' मे कवि ने भौतिकतावादी वातावरण मे भी कविता के महत्व के प्रभाव को स्थापित करना चाहा है।  

Additional Informationकुंवर नारायण-

  • जन्म- 19 सितंबर 1927 
  • खंड काव्य - 
    • आत्मजयी (1965)
    • वाजश्रवा के बहाने (2007)
  • कविता संग्रह -
    • चक्रव्यूह (1963)
    • परिवेश: हम – तुम, अपने सामने (1961)
    • कोई दूसरा नहीं (1993)
    • इन दिनों (2002)
  • कहानी संग्रह -
    • आकारों के आसपास (1973)
  • समीक्षा विचार -
    • ​आज और आज से पहले (1998)
    • मेरे साक्षात्कार (1999)
    • साहित्य के कुछ अंतर्विषयक सन्दर्भ (2003)

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 12:

रचना व रचनाकार को सुमेलित कीजिए।

अ. ग्राम श्री                      1. रामधारी सिंह दिनकर
ब. यह दंतुरित मुस्कान       2. सुमित्रानंदन पंत
स. कन्यादा                    3. नागार्जुन
द. भगवान के डाकिए        4. ऋतुराज

  1. अ -1 ब - 2 स -3 द - 4
  2. अ - 2 ब - 3 स - 4 द - 1
  3. अ -3 ब - 2 स -4 द - 1
  4. अ - 4 ब - 2 स - 3 द - 1

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : अ - 2 ब - 3 स - 4 द - 1

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 12 Detailed Solution

सही उत्तर 'अ - 2 ब - 3 स - 4 द - 1' है।

Key Points

रचना  रचनाकार 
 ग्राम श्री  सुमित्रानंदन पंत
 यह दंतुरित मुस्कान   नागार्जुन
 कन्यादा ऋतुराज
भगवान के डाकिए  रामधारी सिंह दिनकर

Additional Information

  • ग्राम श्री- कविता में कवि सुमित्रानंदन पंत ने गांव के प्राकृतिक सौंदर्य एवं समृद्धि का मनमोहक वर्णन किया है। 
    • प्रस्तुत काव्यांश में कवि ने खेतों में फैली हरियाली का वर्णन किया है।
    • हरियाली पर सूर्य की किरणें चाँदी की निर्मल जाली के समान लग रही हैं। 
  • “यह दंतुरित मुसकान” कविता के रचनाकार नागार्जुन जी हैं। इस कविता के माध्यम से कवि ने उस नन्हे बच्चे के मन को मोह लेने वाली मुस्कान जिसमें कोई छल नहीं है और न ही कोई कपट मात्र है, उस का बहुत खूबसूरती से वर्णन किया है, जिसके अभी – अभी दूध के दांत निकलने शुरू हुए हैं।
  • कन्यादान कविता के रचयिता “ऋतुराज जी” हैं। यह कविता एक माँ के संचित अनुभवों की पीड़ा की प्रमाणिक अभिव्यक्ति है।
    • वह जीवन में भोगी गई पीड़ा के परिपेक्ष में अपनी बेटी को स्त्री के परंपरागत रूप से हटकर सीख दे रही है
  • भगवान के डाकिए- इस कविता में “दिनकर” जी बताते हैं कि पक्षी और बादल भगवान के डाकिए हैं जो एक विशाल देश का सन्देश लेकर दूसरे विशाल देश को जाते हैं।

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 13:

'किरमिच की गेंद' रचना में किस बच्चे का नाम नहीं है?

  1. दिनेश 
  2. सुधीर 
  3. रमेश 
  4. अरविन्द 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : रमेश 

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 13 Detailed Solution

'किरमिच की गेंद' रचना में रमेश बच्चे का नाम नहीं है

Key Pointsकिरमिच की गेंद-

  • रचनाकार- शांतिकुमारी जैन 
  • विधा- कहानी
  • मुख्य पात्र- दिनेश, सुधीर, अनिल, अरविंद, आनंदा । 
  • विषय-
    • ​इस पाठ मे बताया गया है कि मिलजुलकर रहना और खेलना चाहिए।
    • किसी से झूठ नहीं बोलना चाहिए।

Additional Information कहानी:-

  • कहानी गद्य साहित्य की वह सबसे अधिक रोचक एवं लोकप्रिय विधा है,
  • जो जीवन के किसी विशेष पक्ष का मार्मिक, भावनात्मक और कलात्मक वर्णन करती है।

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 14:

निम्न में से कौन-सी रचना रामसिहासन शर्मा की है?

  1. आम की टोकरी 
  2. झूला 
  3. आम की कहानी 
  4. रसोईघर 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : झूला 

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 14 Detailed Solution

रामसिहासन शर्मा की है- झूला 

Key Pointsझूला-

  • रचनाकार- रामसिहासन शर्मा
  • विधा- कविता
  • मुख्य पात्र- माँ, बच्चा 
  • विषय-
    • इस कविता 'झूला' में कवि ने एक बच्चे की कोमल भावनाओं को व्यक्त किया है।

Important Pointsआम की टोकरी-

  • रचनाकार- रामकृष्ण शर्मा खद्दर 
  • विधा- कविता
  • मुख्य पात्र-  बच्ची, आम। 
  • विषय-
    • इस कविता 'आम की टोकरी' में सिर पर आम रखकर बेचती 'एक छह साल' की बच्ची के मनोभाव का बहुत ही सुंदर चित्रण किया गया है। 

आम की कहानी-

  • रचनाकार- देबाशीष देव
  • विधा- चित्रकथा
  • मुख्य पात्र- लड़की, कौआ। 
  • विषय-
    • इसमें बच्चों मे सृजनात्मकता के विकास का वर्णन है।

रसोईघर-

  • रचनाकार- मधु पंत
  • विधा- कविता
  • विषय-
    • इस कविता के माध्यम से कवयित्री बड़े ही रोचक शब्दों में रसोईघर की चीज़ों का वर्णन कर रही हैं। 

Additional Informationए. के. रामानुजन-

  • जन्म- 1929-1993 ई.
  • भारत के साहित्यकार थे।
  • उनका कविता “एस्ट्रोनॉमर स्वतंत्र विचार प्रसंग और उनका व्यक्तित्व जो कि यूरो-अमेरिकी संस्कृति का गुण है।
  • कविता-
    • दी स्ट्राइडर्स,
    • सेलेक्टेड पोएम्स,
    • दी कलेक्टेड पोएम्स (अंग्रेजी),
    • होक्कूलल्ली हुविल्ला,
    • कुंतोबिल्ले, मट्‌दु

मधु पंत-

  • कविता-
    • क्यों ?
    • पानी की कहानी
    • बात सुनो रे भाई

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 15:

'हमसे सब कहते हैं' किसकी रचना है?

  1. सुबीर शुक्ला 
  2. निरंकार देव सेवक 
  3. रामधारी सिंह 'दिनकर'
  4. सुरेन्द्र विक्रम 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : निरंकार देव सेवक 

आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 15 Detailed Solution

'हमसे सब कहते हैं' की रचना है- निरंकार देव सेवक 
Key Pointsहमसे सब कहते हैं-

  • रचनाकार- निरंकार देव ‘सेवक’
  • विधा- कविता 
  • मुख्य पात्र- सूर्य, चाँद, हवा आदि। 
  • विषय-
    • यह एक कविता है जिसमें एक बच्चा प्रकृति की चीजों को रोकने की बात कर रहा हैं

Important Pointsनिरंकारदेव सेवक-

  • जन्म- 1919 ई.
  • हिन्दी बाल साहित्य के वरिष्ठ कवियों में निरंकार देव सेवक प्रमुख हैं।
  • कविता-
    • एक बुढ़िया
    • टेसू राजा बीच बाजार
    • मेरा मुन्ना बड़ा सयाना
    • दो चिड़ियों की बात 
    • पैसा पास होता
    • चंदा मामा दूर के 

Additional Informationसुबीर शुक्ला-

  • कहानी-
    • क्योंज़ीमल और कैसे - कैसलिया

रामधारी सिंह 'दिनकर'-

  • जन्म- 1908-1974 ई.
  • हिन्दी के एक प्रमुख लेखक, कवि व निबन्धकार थे।
  • कविता-
    • पढ़क्कू की सूझ
    • चांद का कुर्ता 
    • नमन करूँ मैं 
    • सूरज का ब्याह 
    • चूहे की दिल्ली-यात्रा 
    • मिर्च का मज़ा 

सुरेन्द्र विक्रम-

  • कविता-
    • मन करता है 
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